रेलवे में यूनियन चुनाव की सरगर्मी शुरू
रेलवे यूनियन की मान्यता का चुनाव मार्च में होगा। इससे चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कभी भी हो सकती है। दक्षिण-पूर्व जोन में मेंस कांग्रेस एवं मेंस यूनियन समेत अन्य संगठन तैयारी में जुट गए हैं। रेलमंत्री...
रेलवे यूनियन की मान्यता का चुनाव मार्च में होगा। इससे चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कभी भी हो सकती है। दक्षिण-पूर्व जोन में मेंस कांग्रेस एवं मेंस यूनियन समेत अन्य संगठन तैयारी में जुट गए हैं। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे व ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के साथ बैठक में मार्च 2020 तक यूनियन चुनाव कराने का आश्वासन दिया है। इससे सभी यूनियन नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है। रेलवे में यूनियन की मान्यता के लिए मतदान का 30 प्रतिशत वोट प्राप्त करना जरूरी है। अभी दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन में सिर्फ मेंस कांग्रेस को मान्यता है। मेंस यूनियन वोट पाकर भी सिर्फ गुटबाजी एवं कोर्ट केस के कारण मान्यता से बाहर है। जोन में 72 हजार वोटर : यूनियन चुनाव में दक्षिण-पूर्व जोन के चार मंडल (चक्रधरपुर, रांची, आद्रा व खड़गपुर) के 72 हजार रेलकर्मी वोट देंगे। इनमें टाटानगर समेत चक्रधरपुर रेल मंडल के 22 हजार 53 रेलकर्मी 29 बूथों पर मतदान करेंगे। टाटानगर में सात बूथ बनने की उम्मीद है। 2019 में टला दो बार चुनाव : 2019 में मई से अगस्त के बीच रेलवे यूनियन चुनाव होना था। रेलवे यूनियन चुनाव को आचार संहिता लागू हो गई थी। मैदान में छह संगठन : मेंस कांग्रेस, मेंस यूनियन, रेलवे मजदूर संघ, एसआरबीकेयू, आईआरईएस व एसईआरटीएमसी चुनाव लड़ेगी। एसईआरएमसी, एसईआरएमयू व डीपीआरएमएस पहले चुनाव लड़ती रही है। एसआरबीकेयू, आईआरईएस व एसईआरटीएमसी पहली बार चुनाव लड़ेगी।