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टीएसपीडीएल में 72 घंटे बाद भी नहीं सुलझा ठेका श्रमिकों का मामला

टाटा स्टील प्रोसेसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीएसपीडीएल) के ठेका श्रमिकों का मामला 72 घंटे बाद भी नहीं सुलझा है। कंपनी प्रबंधन ने यह जानकारी दी है कि गुरुवार को ग्रुप एचआर हेड के आने के बाद ही...

टीएसपीडीएल में 72 घंटे बाद भी नहीं सुलझा ठेका श्रमिकों का मामला
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरThu, 26 Apr 2018 04:54 PM
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टाटा स्टील प्रोसेसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीएसपीडीएल) के ठेका श्रमिकों का मामला 72 घंटे बाद भी नहीं सुलझा है। कंपनी प्रबंधन ने यह जानकारी दी है कि गुरुवार को ग्रुप एचआर हेड के आने के बाद ही आगे की वार्ता होगी।

टीएसपीडीएल प्रबंधन ने मंगलवार को चार बिंदुओं पर ठेका श्रमिकों को प्रस्ताव दिया था। इसके जवाब में ठेका श्रमिकों ने बुधवार को आठ बिंदुओं वाली नई मांगों की सूची उपश्रमायुक्त, जमशेदपुर को सौंपा है। ठेका श्रमिकों ने उपश्रमायुक्त से अपील की है कि उनकी मांगों पर प्रबंधन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता कराया जाए। तभी वह काम पर लौटेंगे नहीं तो वे आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे।

ठेका श्रमिकों की ये है आठ मांगे

- स्थायीकरण की प्रक्रिया पूर्ववत जारी रहे।

- किसी भी अस्थाई कर्मचारी को स्थाई कर दूसरे शहर में तबादला नहीं किया जाए।

- बारा प्लांट की मशीन यदि शहर के दूसरे प्लांट में भेजा जाए तो उक्त मशीन में काम करने वाले कर्मचारियों को भी वहीं स्थानांतरित किया जाए। ऐसा करने पर उनकी वरीयता, स्थायीकरण व प्राप्त सुविधा में कोई कटौती न हो।

-कैंटीन का 250 रुपये कटौती के बजाए प्रतिदिन 10 रुपये की कटौती हो।

-पूर्व की तरह उपस्थिति एलाउंस मिले। प्रबंधन अगर कर्मचारियों को 2-4 दिन काम से बैठाती है तो भत्ते की राशि में कोई असर नहीं पड़ना चाहिए।

-पूर्व घोषित अवधि के तहत तीन माह में स्कील्ड टेस्ट प्रक्रिया शुरू हो।

-स्थायी प्रवृत्ति का काम करने के बावजूद उन्हें सीएल व पीएल छुट्टियों का लाभ नहीं मिलता। उन्हें इसका लाभ मिले।

-आपात स्थिति में कोई मजदूर दो-चार घंटे के लिए आउटपास लेकर जाता है तो पूर्व की तरह उनके वेतन में कटौती न हो।

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