थर्ड एवं फोर्थ रेल लाइन निर्माण के दौरान किसानों की ली गई कृषि भूमि के मालिकों को नौकरी एवं मुआवजा देने की मांग को लेकर मंगलवार को धरना दिया गया। अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा ने चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में एक दिवसीय आंदोलन किया। धरना-प्रदर्शन झारखंड जेनेरल कामगार यूनियन के अध्यक्ष जॉन मिरन मुण्डा की अध्यक्षता में की गई। धरना-प्रदर्शन के दौरान महासभा के सदस्यों ने कहा कि थर्ड एवं फोर्थ रेल लाइन विस्तारीकरण में जितने भी आदिवासियों की ली गई जमीन मालिकों को उनके परिवार से एक सदस्य को नौकरी तथा मुआवजा के तहत प्रति डिसमील 10 लाख रुपये देने तथा रेल लाइन विस्तारीकरण के साथ.साथ मरम्मत में लगे मजदूरों को 150 रुपये से 250 रुपये मजदूरी दी जा रही है। यह केंद्र सरकार का न्यूनतम मजदूरी से काफी कम है। इस कारण मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी 433 रुपये की गारंटी, पहचान पत्र, वैजेज स्लीप दिलाया जाए। धरना-प्रदर्शन के बाद यूनियन के पदाधिकारियों ने व्हाट्सएप के माध्यम से डीआरएम को मांग पत्र सौंपा। मौके पर काफी संख्या में यूनियन के पदाधिकारी मौजूद थे।
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