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टिनप्लेट आश्रित कर्मचारी संघ मामले की जांच होगी

टिनप्लेट आश्रित कर्मचारी संघ की शिकायत को उपायुक्त रविकांत शुक्ला ने गंभीरता से लिया है। उपायुक्त ने संघ के प्रतिनिधिमंडल को जांच कराने का आश्वासन दिया। शुक्रवार को संघ के अध्यक्ष शंभू शर्मा के...

टिनप्लेट आश्रित कर्मचारी संघ मामले की जांच होगी
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरSat, 03 Aug 2019 10:49 PM
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टिनप्लेट आश्रित कर्मचारी संघ की शिकायत को उपायुक्त रविकांत शुक्ला ने गंभीरता से लिया है। उपायुक्त ने संघ के प्रतिनिधिमंडल को जांच कराने का आश्वासन दिया। शुक्रवार को संघ के अध्यक्ष शंभू शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारी पुत्रों का प्रतिनिधिमंडल सुबह ग्यारह बजे उपायुक्त से उनके कार्यालय कक्ष में मिला। शंभू शर्मा ने उपायुक्त को बताया कि कंपनी से बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी होने के दौरान बेरोजगार कर्मचारी पुत्रों ने इस संगठन का गठन किया था। रोजगार के लिए तब यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, प्रबंधन तथा तत्कालीन डीएलसी की मध्यस्था पर एक सहमति बनी थी, जिसमें स्थायी नौकरी के बदले कर्मचारी पुत्रों को कंपनी में ठेका कार्यों में लेने की बात थी। एसएस इंटरप्राइजेस के नाम से ठेका फर्म बना और छोटे-मोटे ठेका काम से कर्मचारी पुत्रों का पेट चलने लगा। कंपनी शुरू से ही मौखिक आदेश पर बिना वर्क आर्डर काम करवाना शुरू कर दिया था। इसके कारण बिल का भुगतान नहीं हो सकता था। जबकि मजदूरों को मासिक मोटी रकम वेतन मद में देना पड़ता था। कंपनी मनमाने रेट पर हमेशा टेंडर करने का दवाब बनाती रही। कुशल मजदूरों का अकुशल मजदूरों की श्रेणी का गेटपास बनाकर वेतन भी इसी श्रेणी का दिया जाने लगा। पंचिंग सिस्टम में गड़बड़ी थी। संघ ने मजदूरों की उपस्थिति के लिए बायोमैट्रिक सिस्टम की मांग की। इससे प्रबंधन की परेशानी बढ़ने लगी। 1 अगस्त को आमरण अनशन करने की जानकारी प्रबंधन को 25 दिन पहले दिया गया था। इसके बावजूद प्रबंधन ने समस्या के समाधान के लिए कोई पहल नहीं की। संघ ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कानूनसम्मत कार्रवाई करने तथा तीस लाख बकाया भुगतान कराने का आग्रह किया।

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