कार्ड रद्द होने से वितरित नहीं हो पा रही हजारों धोती-साड़ी
सोना-सोबरन धोती-साड़ी के तहत जिला को जो 4.70 लाख धोती, साड़ी और लूंगी पूर्वी सिंहभूम आपूर्ति विभाग को प्राप्त हुई है, उसमें से हजारों का वितरण नहीं...

सोना-सोबरन धोती-साड़ी के तहत जिला को जो 4.70 लाख धोती, साड़ी और लूंगी पूर्वी सिंहभूम आपूर्ति विभाग को प्राप्त हुई है, उसमें से हजारों का वितरण नहीं हो पा रहा है। अवितरित धोती-साड़ी, लूंगी का अधिकांश हिस्सा जमशेदपुर शहरी क्षेत्र का है। इनकी संख्या हजारों बताई जाती है। इसके अलावा अपवाद रजिस्टर के माध्यम से जिन लाभुकों को राशन दिया जाता है, उन्हें भी कपड़े नहीं दिए जा रहे हैं। इसकी वजह नियमों की अड़चन है।
धोती-साड़ी वितरित नहीं होने की मुख्य वजह अयोग्यता के आधार पर कार्ड लगातार रद्द होना है। पिछले साल से ऐसे कार्ड रद्द करने का लगातार अभियान सा चलाया जा रहा है। इसके तहत उन्हें चिह्नित किया जा रहा, जो छह माह या एक साल तक लगातार खाद्यान्न नहीं उठा रहे हैं। ऐसे लाभुकों के कार्ड सरकार के आदेश के आलोक में रद्द कर दिए जा रहे हैं।
इस मामले में जानकार बताते हैं कि धोती-साड़ी का आवंटन दो माह पूर्व के लाभुकों की सूची के आधार पर किया जाता है। परंतु वितरण होते-होते कई माह बीत जाते हैं। इस बीच हजारों लाभुकों के कार्ड रद्द हो जाते हैं। इसके कारण उनके कपड़े डीलरों के पास पड़े रह जाते हैं। फिलहाल वित्तीय वर्ष 2022-23 की प्रथम छमाही का कोटा बांटा जा रहा है।
दूसरी ओर, ऐसे लाभुक जिनके उंगलियों के निशान बायोमेट्रिक पर काम नहीं करते, उन्हें अपवाद रजिस्टर के माध्यम से खाद्यान्न दिए जाते हैं। आवंटन उनके नाम पर भी होता है। परंतु जब उन्हें देने की बारी आती है तो नियमों की अड़चन पैदा हो जाती है। दरअसल कपड़ा बायोमेट्रिक छोड़ किसी और तरीके से देने का नियम नहीं है।
अपवाद रजिस्टर वालों के मामले में सरकार से मार्गदर्शन मांगा गया है। मार्गदर्शन मिलते ही उचित निर्णय लिया जाएगा।
- सलमान जफर खिजरी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी।
