नए भवन का निरीक्षण करने पहुंची भवन निर्माण विभाग की टीम
स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी की चेतावनी के बाद एमजीएम में दो-तीन वर्ष से सफेद हाथी बने नए भवनों को शुरू करने की कवायद तेज कर दी गई है। सोमवार को भवन निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता, सहायक...
स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी की चेतावनी के बाद एमजीएम में दो-तीन वर्ष से सफेद हाथी बने नए भवनों को शुरू करने की कवायद तेज कर दी गई है। सोमवार को भवन निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता, सहायक अभियंता और कनीय अभियंता की तीन सदस्यीय टीम ने एमजीएम के तीनों नए भवन का निरीक्षण किया।
टीम ने अस्पताल अधीक्ष्रक डॉ. संजय कुमार और उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी के साथ दो घंटे तक नए भवन के प्रत्येक विभागों का अवलोकन कर इनमें विभागाध्यक्षों द्वारा बताई गई खामियों को सूचीबद्ध किया।
11 जनवरी के स्वास्थ्य सचिव ने एमजीएम के निरीक्षण के दौरान विभागाध्यक्षों के साथ आयोजित बैठक में नए भवनों के अबतक शुरू न होने भारी आपत्ति जताई थी। टीम ने अस्पताल में लंबित नये जीएनएम भवन का भी मुआयना किया। वर्ष 2014 में शुरू हुई 3.52 करोड़ लागत की इस योजना का वर्ष 2015 से काम अधूरा पड़ा था।
नए भवनों में बताई गई थीं ये खामियां
नए भवन में लगे अधिकांश एसी का पानी कोरिडोर में टपकता है, कई जगहों पर दरवाजे बनाये जाने थे, पर नहीं बने, शौचालयों के काम को अधूरा छोड़ दिया गया, पुराने जेनरेटर की मरम्मत का काम बीच में ही छोड़ दिया गया, नये भवन में बनी लिफ्ट को हैंडओवर लेने के बाद से ही ये संचालित नहीं हैं।