युवक की मौत के मामले में टीएमएच के खिलाफ जांच के लिए बनी टीम
मनीफीट निवासी ट्रांपोर्टर की मौत के मामले में टीएमएच के खिलाफ जांच होगी। सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा ने जांच के लिए टीम बनाई है। इसमें जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एके लाल व अन्य डॉक्टर को शामिल किया गया...
मनीफीट निवासी ट्रांपोर्टर की मौत के मामले में टीएमएच के खिलाफ जांच होगी। सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा ने जांच के लिए टीम बनाई है। इसमें जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एके लाल व अन्य डॉक्टर को शामिल किया गया है। मृतक के पिता परमिंदर सिंह ने टीएमएच इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और सांसद विद्युत वरण महतो को पत्र देकर 40 वर्षीय पुत्र की इलाज के दौरान कोरोना जांच नहीं करने की जानकारी दी। दूसरी ओर, टीएमएच के डॉक्टरों को पुत्र की मौत का जिम्मेदार बताकर कानूनी कार्रवाई करने एवं मुआवजा दिलाने की मांग उठाई थी। इससे पूर्व सीएम रघुवर दास ने उपायुक्त सूरज कुमार को पत्र भेजा था। डीसी ने सिविल सर्जन को जांच कर उचित कारवाई करने का आदेश दिया। वहीं, झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार शैलेन्द्र सिंह भी सिविल सर्जन से मिले थे। इसके बाद डॉक्टरों की टीम बनी है। डॉ. एके लाल के अनुसार जांच जारी है। टीएमएच से इलाज संबंधी जानकारी मांगी गई है। पिता के अनुसार टीएमएच में स्थिति न सुधरने पर पुत्र को कोलकाता के एक अस्पताल में ले गए थे। वहां जांच में पुत्र की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अगर टीएमएच में कोरोना की जांच होती पुत्र को बचाया जा सकता था। टीएमएच में जांच न करने के कारण कोरोना पीड़ित पुत्र बगैर इलाज के मर गया।