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टाटा स्टील में बोनस वार्ता पर टाटा वर्कर्स यूनियन भेजेगी चिट्ठी

टाटा स्टील के लगभग 13500 कर्मचारियों के वार्षिक बोनस वार्ता के लिए यूनियन की ओर से प्रबंधन को पत्र दिया जाएगा। इसी के साथ बोनस वार्ता के लिए होमवर्क शुरू हो गया है। यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद व...

टाटा स्टील में बोनस वार्ता पर टाटा वर्कर्स यूनियन भेजेगी चिट्ठी
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरMon, 24 Aug 2020 08:14 PM
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टाटा स्टील के लगभग 13500 कर्मचारियों के वार्षिक बोनस वार्ता के लिए यूनियन की ओर से प्रबंधन को पत्र दिया जाएगा। इसी के साथ बोनस वार्ता के लिए होमवर्क शुरू हो गया है। यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद व उनकी टीम की कोशिश है कि इस साल भी कर्मचारियों को कम से कम पिछले साल के बराबर बोनस राशि मिले। इसके लिए पिछले साल हुए ग्रेड रिवीजन के एरियर के बेसिक व डीए पर भी बोनस लेने की रणनीति बनाई गई है। टाटा स्टील के कर्मचारियों को समय पर बोनस राशि मिले, इसके लिए यूनियन व प्रबंधन की ओर से पहले से एक फार्मूला बनाया गया है। इस फार्मूला के वैधता की अवधि तीन वर्ष की होती है। इस साल पूर्व से तय फार्मूला के अनुसार ही बोनस राशि मिलेगी। वहीं, इस साल के समझौता के साथ ही बोनस के लिए तय फार्मूला की अवधि समाप्त हो जाएगी। इसलिए बोनस समझौता के दौरान अगले तीन साल के लिए नए फार्मूला पर भी सहमति बनेगी। नए फार्मूले का स्वरूप क्या होगा। इसके लिए यूनियन के थिंक टैंक कहे जाने वाले शहनवाज आलम को जिम्मेवारी दी गई है।कर्मचारियों को बोनस राशि पिछले फाइनेंशियल ईयर के प्रदर्शन के आधार पर मिलती है। इस साल के बोनस समझौता पर पिछले फाइनेंशियल ईयर के दौरान ऑटोमोबाइल सेक्टर में आई मंदी का असर दिखेगा। अभी जो कोरोना काल चल रहा है, उसका असर अगले साल के बोनस समझौता पर दिखेगा। पिछले फाइनेंशियल ईयर में ऑटोमोबाइल मंदी के कारण ग्रेड रिवीजन के दौरान ही यूनियन नेताओं को मशक्कत करनी पड़ी थी। टाटा स्टील को पिछले साल के दौरान वर्ष 2012 के रेट पर स्टील बेचना पड़ा था। इससे कंपनी के प्राफिट, सेल समेत कई मोर्चे पर नरमी रही। इस करण तय फार्मूला के अनुसार इस साल इस मद में पिछले साल के 240 करोड़ रुपये के मुकाबले लगभग 200 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। लेकिन कोइलरीज व ग्रुप के अन्य कंपनियों में पिछले साल एरियर के बेसिक, डीए पर बोनस राशि मिली है। इसलिए यूनियन को भरोसा है कि यहां के कर्मचारियों को भी वह लाभ मिलेगा और कुल मिलाकर कर्मचारियों के बोनस राशि में पिछले साल के मुकाबले बहुत कमी नहीं आएगी। दो महीने में बाजार में आएगा 500 करोड़ रुपये : कोरोना काल में आई मंदी की वजह से सुनसान बाजारों में अगले महीने से रौनक आने की उम्मीद है, क्योंकि सितंबर शुरू होते ही टाटा स्टील समेत शहर की अन्य छोटी बड़ी कंपनियों में बोनस वार्ता व समझौता का दौर शुरू हो जाता है। दुर्गापूजा तक अधिकतर कंपनियों में बोनस समझौता होने की उम्मीद है। समझौता के बाद बाजार में इस साल करीब 500 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है, जिससे मंदी में चल रहे शहर के बाजार में चहल-पहल बढ़ जाएगी।

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