टाटा वर्कर्स यूनियन : उपसमितियों में विपक्ष के नाम पर महासंग्राम
टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से गठित की जाने वाली उपसमितियों में विपक्ष के कुछ सदस्यों के नाम को लेकर महासंग्राम शुरू हो गया है। कुछ नामों को लेकर उभरे विवाद के कारण अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद और महामंत्री...
टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से गठित की जाने वाली उपसमितियों में विपक्ष के कुछ सदस्यों के नाम को लेकर महासंग्राम शुरू हो गया है। कुछ नामों को लेकर उभरे विवाद के कारण अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद और महामंत्री सतीश सिंह के बीच खटास बढ़ती जा रही है।
टाटा वर्कर्स यूनियन में चुनाव बाद विभाग स्तर पर 33 जेडीसी कमेटी व चेयरमैन सहित 14 उपसमितियों का गठन होना है। लेकिन, इसके गठन व महत्वपूर्ण कमेटियों में सदस्यों के नाम को लेकर यूनियन अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद और महामंत्री के बीच ठन गई है। महामंत्री चाहते हैं कि जिन कमेटी मेंबरों ने उन्हें चुनाव जीताने में मदद की। उन्हें महत्वपूर्ण उपसमितियों में स्थान दिया जाए। जबकि अध्यक्ष का मानना है कि महामंत्री वैसे कमेटी मेंबरों के नाम की सिफारिश कर रहे हैं, जिन्होंने आरओ चुनाव के अलावे मुख्य चुनाव में भी हमेशा टीम परिवर्तन के साथ रहें। ऐसे कमेटी सदस्यों को महत्वपूर्ण कमेटियों में स्थान देने पर वे अपने समर्थक कमेटी मेंबरों को क्या जवाब देंगे? इसी विवाद के कारण उपसमितियों के गठन को लेकर विवाद जारी है।
कोटा पर भी कांटा : महामंत्री सतीश सिंह का मानना है कि पूर्व में भी महामंत्री बीके डिंडा को कोटा मिला था। इसके आधार पर ही वह अपने समर्थक कमेटी मेंबरों को महत्वपूर्ण कमेटियों में स्थान दिलाए। पूर्व की परंपरा वर्तमान में भी जारी रहनी चाहिए। जबकि अध्यक्ष का मानना है कि कोटा क्यों? जब सभी एक ही टीम से चुनकर आए हैं। पिछली कार्यकारिणी में डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी और महामंत्री बीके डिंडा दूसरी टीम से आए थे। इसलिए उन्हें कोटा दिया गया था।
इन नामों पर सबसे ज्यादा आपत्ति : महामंत्री सतीश सिंह महत्वपूर्ण उपसमितियों के लिए कुछ नाम सुझाव हैं, जिन्हें लेकर अध्यक्ष एंड टीम को सबसे ज्यादा आपत्ति है। इनमें पिलेट प्लांट से संजय कुमार, सीआरएम बारा से अजय चौधरी, ट्यूब डिविजन से सरोज कुमार सिंह, आईबीएमडी से विजय चौधरी व एलडी-1 से अप्पू कुमार शामिल हैं। हालांकि महामंत्री का कहना है कि चुनाव बाद सभी एक ही टीम हैं और विवाद छोड़कर सभी को मजदूर हित के लिए टीमवर्क में काम करना चाहिए।