अब कलिंगानगर में नए तरह की स्टील बनाएगी टाटा स्टील
अब टाटा स्टील कलिंगानगर प्लांट में एक नए तरह की स्टील का उत्पादन करेगी। टाटा स्टील अब सीएसआईआर-एनएमएल के साथ मिलकर एक नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेगी। जमशेदपुर के बर्मामाइंस स्थित काउंसिल ऑफ साइंटिफिक...
अब टाटा स्टील कलिंगानगर प्लांट में एक नए तरह की स्टील का उत्पादन करेगी। टाटा स्टील अब सीएसआईआर-एनएमएल के साथ मिलकर एक नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेगी। जमशेदपुर के बर्मामाइंस स्थित काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-नेशनल मेटलर्जिकल लैबोरेटरी (सीएसआईआर-एनएमएल) के वैज्ञानिकों ने एक नए तरह की स्टील का निर्माण किया है। इस स्टील का नाम है क्वेंच एंड पार्टीशंड स्टील। सीएसआईआर-एनएमएल के निदेशक डॉ. इंद्रनील चट्टोराज ने बताया कि देश में पहली बार इस स्टील का निर्माण किया जा रहा है। अब तक इस स्टील को शत-प्रतिशत दूसरे देशों से आयात किया जाता था। बकौल डॉ. इंद्रनील क्वेंच एंड पार्टीशंड स्टील किसी भी अन्य स्टील से बेहद मजबूत होती है। इसका उपयोग माइंस में अत्यधिक घर्षण वाली जगहों (एस्क्यूमेटर्स) और बेहद कठोर सतहों पर खुदाई के लिए किया जाता है।
नई स्टील के साथ टाटा स्टील का रिवाइवल प्लान
विदित हो कि कोरस के अधिग्रहण के बाद से टाटा स्टील इंडिया लगातार घाटे में चल ही है। दरअसल, टाटा स्टील इंडिया का मुनाफा बेहतर हो रहा है। पर टाटा स्टील इंडिया के मुनाफे का बड़ा भाग लगातार घाटे में जा रही कोरस (टाटा स्टील यूरोप) के संचालन में चला जा रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि इस नई स्टील के उत्पादन के साथ टाटा स्टील अपना रिवाइवल कर सकती है।