टाटा स्टील बढ़ाएगी उत्पादन क्षमता : चंद्रशेखरन
घरेलू मांग से उत्साहित टाटा स्टील देश में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाएगी। साथ ही कलिंगानगर से कई तरह के बाय प्रोडक्ट बाजार में लेकर आएगी। मुंबई के बिड़ला मातोश्री सभागार में मंगलवार को कंपनी की 110वीं...
घरेलू मांग से उत्साहित टाटा स्टील देश में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाएगी। साथ ही कलिंगानगर से कई तरह के बाय प्रोडक्ट बाजार में लेकर आएगी। मुंबई के बिड़ला मातोश्री सभागार में मंगलवार को कंपनी की 110वीं वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने ये बातें कहीं।
बकौल चंद्रशेरखन, टाटा स्टील घरेलू बाजार में इस्पात की बढ़ती मांग को लेकर आशान्वित है। चेयरमैन ने उम्मीद जताई कि वर्ष 2017 में इस्पात की वैश्विक मांग में 1.2 प्रतिशत और वर्ष 2018 में 0.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। उन्होंने माना कि चीन में इस्पात की मांग स्थिर रहेगी, जबकि यूरोप में मांग में सकारात्मक सुधार होगा। उन्होंने कहा कि देश में इस्पात की मांग दो वर्षों में छह से सात फीसदी रहने का अनुमान है। इस अवसर का हम उपयोग करने को तैयार हैं। मालूम हो कि भविष्य में इस्पात की बढ़ती मांग को देखते हुए टाटा स्टील प्रबंधन जमशेदपुर प्लांट में उत्पादन क्षमता को 10 से बढ़ाकर 11 मिलियन टन और कलिंगानगर में तीन से बढ़ाकर आठ मिलियन टन करने की तैयारी कर रहा है। एजीएम में टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा, टाटा स्टील के सभी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, एमडी टीवी नरेंद्रन, टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व सहित शेयरधारक उपस्थित थे।
कोरस के अधिग्रहण का किया बचाव : अपने संबोधन में चेयरमैन ने कोरस अधिग्रहण का बचाव किया। उन्होंने कहा कि कोरस का अधिग्रहण दीर्घकालीन रणनीति के तहत किया गया था। अधिग्रहण को लेकर जो भी आरोप लगाए गए, वे सरासर गलत हैं। वहीं, चेयरमैन ने पिछले वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में आई चुनौतियों की जानकारी शेयरधारकों को दी। इसके कारण टाटा संस नेतृत्व में बदलाव हुआ।