
स्वच्छता पुरस्कार जमशेदपुर को नहीं, टाटा कमांड एरिया को मिला : दीपक रंजीत
संक्षेप: सामाजिक कार्यकर्ता दीपक रंजीत ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर स्वच्छ शहर पुरस्कार 2024-25 में 'जमशेदपुर' शब्द के उपयोग पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार केवल टाटा कमांड एरिया को मिला है, जबकि...
सामाजिक कार्यकर्ता दीपक रंजीत ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर स्वच्छ शहर पुरस्कार 2024–25 में जमशेदपुर शब्द के उपयोग पर आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार वास्तव में केवल टाटा कमांड एरिया को मिला है, जबकि मानगो, डिमना, उलीडीह, आजाद बस्ती जैसे उपेक्षित क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था आज भी बदहाल है। ऐसे में पूरे शहर के लिए जमशेदपुर नाम का प्रयोग करना जनता की भावनाओं के साथ छल और भ्रामक प्रचार है। उन्होंने अपने पत्र में निम्नलिखित 10 बिंदुओं को प्रमुखता से उठाया है-जमशेदपुर शब्द के उपयोग पर पुनर्विचार हो और उसके स्थान पर पुरस्कार में टाटा कमांड एरिया या जेएनएसी क्षेत्र स्पष्ट रूप से लिखा जाए, ताकि असल उपलब्धि को श्रेय मिले और अन्य क्षेत्रों की समस्याएं छुप न जाएं।

टाटा कमांड एरिया और मानगो को अलग-अलग बताया जाए अन्यथा जमशेदपुर नाम ही देना है, तो पूरा शहर एकीकृत हो।

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