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इतनी मोमबत्तियां जलीं कि शहीद स्थल छोटा पड़ गया

रैपिड एक्शन फोर्स की 106 वीं बटालियन और सीआरपीएफ के जवान, उनके परिवार के सदस्य और अन्य लोगों ने रविवार को एग्रिको मैदान से कैंडल मार्च निकला। कैंडल मार्च दो किलामीटर लंबा था। दो हजार से ज्यादा लोगों...

रैपिड एक्शन फोर्स की 106 वीं बटालियन और सीआरपीएफ के जवान, उनके परिवार के सदस्य और अन्य लोगों ने रविवार को एग्रिको मैदान से कैंडल मार्च निकला। कैंडल मार्च दो किलामीटर लंबा था। दो हजार से ज्यादा लोगों...
1/ 2रैपिड एक्शन फोर्स की 106 वीं बटालियन और सीआरपीएफ के जवान, उनके परिवार के सदस्य और अन्य लोगों ने रविवार को एग्रिको मैदान से कैंडल मार्च निकला। कैंडल मार्च दो किलामीटर लंबा था। दो हजार से ज्यादा लोगों...
रैपिड एक्शन फोर्स की 106 वीं बटालियन और सीआरपीएफ के जवान, उनके परिवार के सदस्य और अन्य लोगों ने रविवार को एग्रिको मैदान से कैंडल मार्च निकला। कैंडल मार्च दो किलामीटर लंबा था। दो हजार से ज्यादा लोगों...
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हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरMon, 18 Feb 2019 05:42 PM
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रैपिड एक्शन फोर्स की 106 वीं बटालियन और सीआरपीएफ के जवान, उनके परिवार के सदस्य और अन्य लोगों ने रविवार को एग्रिको मैदान से कैंडल मार्च निकला। कैंडल मार्च दो किलामीटर लंबा था। दो हजार से ज्यादा लोगों द्वारा गोलमुरी पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक में इतनी मोमबत्तियां जलाईं। शहीद स्मारक में इतनी मोमबत्तियां जलीं कि शहीद स्मारक का आकार छोटा पड़ गया।

रविवार शाम सभी लोग एग्रिको में एकत्रित हुए। वे लोग सुंदरनगर से बसों में भरकर आए थे। जो टेल्को में रहते हैं, वे वहां से एग्रिको मैदान पहुंचे। यहां सीआरपीएफ डीआईजी हरजिंदर सिंह ने मोमबत्तियां जलाईं। उसके बाद सभी लोग पैदल ही पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक की तरफ निकले। इस दौरान रोड में एक तरफ वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया था। सभी लोग वीर शहीद अमर रहे, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए गोलमुरी पुलिस लाइन पहुंचे। इस दौरान कैंडल मार्च इतना लंबा था कि पहला छोर जब पुलिस लाइन में था तो अंतिम छोर एग्रिको मैदान में ही था। मार्च का नेतृत्व आरएएफ की महिलाएं कर रही थीं। सबसे पहला कैंडल डीआईजी हरजिंदर सिंह की पत्नी नवनीत कौर ने जलाया। यहां रैपिड एक्शन फोर्स और सीआरपीएफ के लोगों के साथ आम जनता भी आ गई थी। जिला पुलिस की तरफ से पुलिस लाइन में विशेष इंतजाम किए गए थे। जिला पुलिस के जवान भी वहां श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे।

बदला लेंगे : डीआईजी

इस मौके पर डीआईजी हरजिंदर सिंह ने कहा कि यह वक्त कोई प्रश्नोत्तर का नहीं है। लेकिन, हम इतना इंश्योर करते हैं कि इसका बदला लिया जाएगा। हमारे सीआरपीएफ मुख्यालय की तरफ से इस पर बात की जा चुकी है। हम यहां अपने परिवार के साथ सीआरपीएफ परिवार के लिए खड़े हैं। बहुद दुख की बात है, जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।

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