मंगलवार तड़के तेज आंधी-तूफान और बारिश से राहत के साथ आफत भी आ गई। लगातार तीन दिनों की झुलसाने वाली गर्मी काफूर तो हो गई, पर बिजली व्यवस्था चरमरा गई। गैर कंपनी इलाके खासकर मानगो में आठ घंटे से ज्यादा बिजली गुल रही। भुइयांडीह पार्क के समीप हाईटेंशन तार गिरने से दो पशुओं की मौत हो गई। डिमना बस्ती में बिजली का खंभा गिर गया। पटमदा, चांडिल, जुबली पार्क, सोनारी, गोलमुरी और टेल्को में पेड़ और टहनियां गिर गईं। मानगो में सड़कों पर कचरा : मानगो बहुल क्षेत्र की सड़कों पर नाली का कचरा बह रहा था। मानगो नगर निगम के सफाईकर्मी ने आनन-फानन में नाली से कचरा तो निकाल दिया। लेकिन कचरे को उठाकर नहीं ले गए। मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर और गुरुद्वारा जाने वाली सड़कें, कई अपार्टमेंट और मुख्य चौराहों पर नाली का गंदा पानी बहता रहा। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसडी कोटाल ने बताया कि उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश, पश्चिमी असम, उत्तरी कर्नाटक के अंदरूनी क्षेत्र, विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र तक चक्रवती प्रवाह विस्तृत है, जिसके प्रभाव से कोल्हान में गर्जन वाले बादल विकसित हुए हैं। अगले 48 घंटे तक धूल भरी आंधी, मेघ गर्जन, बिजली चमकने और ओलावृष्टि के आसार हैं।
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