सिलिकोसिस के शिकार हुए लोगों के परिजनों को अब तक नहीं मिला मुआवजा
सिलिकोसिस बीमारी के कारण जान गंवाने वाले चांडिल निवासी गुरुपदो मछुआ के परिवार को दो वर्षों बाद भी मुआवजा नहीं मिल सका...
सिलिकोसिस बीमारी के कारण जान गंवाने वाले चांडिल निवासी गुरुपदो मछुआ के परिवार को दो वर्षों बाद भी मुआवजा नहीं मिल सका है। यह जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से देते हुए रविवार को ऑक्युपेश्नल सेफ्टी एंड हेल्थ एसोसिएशन ऑफ झारखंड (ओशाज) के महासचिव सुमित कर ने बताया कि 10 जनवरी 2016 को चांडिल निवासी गुरुपदो मछुआ की एमजीएम अस्पताल में सिलिकोसिस के इलाज के दौरान मौत हो गई थी। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार ओशॉज की शिकायत पर गुरुपदो को मुआवजा दिलाने की मांग सरकार से की गई थी। पर, फैक्ट्री इंस्पेक्टर की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी की गलत रिपोर्ट के कारण गुरुपदो के परिवार को पूरा मुआवजा नहीं मिल सका था। ओशाज ने एनएचआरसी को शिकायत की। कमीशन के निर्देश पर हुई जांच में पुष्टि मिली कि गुरुपदो की मौत सिलिकोसिस के कारण ही हुई है।