पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को भाजपा के कार्यकर्ता सह अधिवक्ता प्रकाश यादव के परिजनों से मुलाकात की। प्रकाश यादव की मंगलवार रात बिरसानगर में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों से मुलाकात के बाद रघुवर दास ने कहा कि इन भू-माफियाओं के संरक्षण से इस बार चुनाव में एक जन प्रतिनिधि ने चुनाव भी जीता है। रघुवर दास ने कहा कि प्रकाश यादव के परिजनों ने जिस अभियुक्त का नाम लिया, वह भू-माफिया पूरे बिरसानगर में कुख्यात है। इन भू-माफियाओं के संरक्षण से इस बार चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार ने चुनाव भी जीता। वो इस क्षेत्र में आंतक का शासन चाहते हैं, ताकि उनके खिलाफ कोई आवाज ना उठा सके। उन्होंने कहा कि जिनकी हत्या हुई, उनके द्वारा ट्वीट के माध्यम से सीएम, एसडीओ और थाना को लिखित आवेदन देने के बाद भी जिला प्रशासन ने उसे कोई सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई। आज वह हम सबके बीच नहीं रहे। रघुवर दास ने कहा कि यह बहुत दुखद है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। इसमें जो राजनीतिक संरक्षण देने वाले हैं, उनको भी बेनकाब करने की जरूरत है। एक जनप्रतिनिधि ने चुनाव में दुष्प्रचार कर भू-माफिआों के बूते चुनाव जीता है। हाल में भुइयांडीह में हुए गैंगवार में एक अभियुक्त को थाने से छुड़ाकर ले जाया गया था। जमशेदपुर के लिए यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि वे जिला प्रशासन और पुलिस से मांग करते हैं कि 48 घंटे के अंदर अभियुक्त की गिरफ्तारी हो, वरना भारतीय जनता पार्टी इस लॉकडाउन का पालन करते हुए सड़क पर उतरेगी और आंदोलन करेगी। पहले भी अमूल्य जेल जा चुका है : अधिवक्ता प्रकाश यादव आम लोगों के लिए आवाज उठाते हुए सरकारी जमीन के अतिक्रमण का विरोध करते थे, लेकिन कहीं न कहीं स्थानीय प्रशासन से मदद नहीं मिली। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि पूरे इलाके में भू माफियाओं को सिर्फ राजननीतिक संरक्षण ही नहीं, प्रशासनिक संरक्षण भी मिलता है। एसएसपी ने बताया कि अमूल्यो कर्मकार पहले भी आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है।
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