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जमशेदपुर को इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने का विरोध शुरू

जमशेदपुर को इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने को लेकर रांची में नगर विकास सचिव की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक के साथ ही इसके खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं। इंडस्ट्रयिल टाउनशिप के विरोधियों में न...

जमशेदपुर को इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने का विरोध शुरू
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरWed, 04 Nov 2020 08:10 PM
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जमशेदपुर मुख्य संवाददाता

जमशेदपुर को इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने को लेकर रांची में नगर विकास सचिव की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक के साथ ही इसके खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं। इंडस्ट्रयिल टाउनशिप के विरोधियों में न सिर्फ भाजपा बल्कि कांग्रेस नेता भी हैं। दोनों दलों के नेताओं ने इसका खुला विरोध किया है।

इंडस्ट्रियल टाउनशिप भ्रामक व दुखदायी : अभय

भाजपा नेता अभय सिंह ने कहा है कि औद्योगिक नगरी बनने से जमशेदपुर की जनता को क्या-क्या लाभ होगा, सरकार को इसे प्रकाशित कर सार्वजनिक करना चाहिए। इंडस्ट्रियल टाउनशिप को लेकर चल रही कवायद जमशेदपुर की जनता के लिए न केवल भ्रामक, बल्कि दुखदायी है।

उन्होंने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि 20 अगस्त, 2005 को हुए लीज समझौते में सरकार ने टाटा लीज से 1700 एकड़ जमीन को अलग कर दिया था। लेकिन अब फिर से उस जमीन बसी बस्तियों को औद्योगिक नगर में शामिल करना, संविधान की भावनाओं के विरुद्ध और जमशेदपुर के नागरिकों के साथ छलावा है।

उन्होंने कहा है कि अगर 86 बस्ती की समस्या को या उनके मालिकाना हक के मसले को नजरअंदाज कर कोई फैसला होता है, तो जमशेदपुर की जनता सड़कों पर उतरकर राज्य सरकार के इस अन्यायपूर्ण निर्णय का विरोध करेगी। उनके अनुसार यह जमशेदपुरवासियों से तीसरे मत का अधिकार छीनने का घृणित प्रयास है। उन्होंने जमशेदपुर को नगर निगम बनाने की वकालत की है।

असंवैधानिक व छलावा भरा निर्णय : मुन्ना शर्मा

कांग्रेस नेता योगेन्द्र शर्मा उर्फ मुन्ना शर्मा ने जमशेदपुर अक्षेस को इंडस्ट्रयिल टाउनशिप बनाने के राज्य सरकार के निर्णय को असंवैधानिक और छलावा करार दिया है। उन्होंने मंगलवार को जारी अपने बयान में कहा है कि लीज से बाहर हो चुकी 86 बस्ती को इंडस्ट्रियल टाउनशिप में शामिल करना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने पश्चिम बंगाल में नैनो कार प्लांट को लेकर हुए विरोध को याद दिलाते हुए कहा कि जिस तरह टाटा स्टील को वहां से सरकार और किसानों ने खदेड़ दिया, उसे याद करते हुए जमशेदपुरवासियों को भी खुला विरोध करना चाहिए। अब इस प्रस्ताव के विरोध में सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की जरूरत है। वे भी इस आंदोलन में शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि तीसरा मताधिकार हमारा संवैधानिक हक है और इसे किसी कीमत पर छीनने नहीं देंगे।

जमशेदपुर पूर्वी विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके शर्मा ने 86 बस्ती में मालिकाना हक के मसले पर पूर्व में समान अधिकार मंच के माध्यम से किये गये आंदोलन को याद करते हुए कहा कि वे जनता के साथ इस मसले पर हमेशा खड़ा रहेंगे।

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