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सारंडा में नक्सलियों के मुख्य ठिकाने तक पहुंच गई है पुलिस : जोनल आईजी

जोनल आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) पंकज कंबोज ने गुरुवार को कहा कि पुलिस सारंडा में नक्सलियों के मुख्य ठिकाने तक पहुंच गई है। इसलिए लगातार घटनाएं हो रही...

सारंडा में नक्सलियों के मुख्य ठिकाने तक पहुंच गई है पुलिस : जोनल आईजी
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरSat, 04 Feb 2023 02:00 AM
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जोनल आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) पंकज कंबोज ने गुरुवार को कहा कि पुलिस सारंडा में नक्सलियों के मुख्य ठिकाने तक पहुंच गई है। इसलिए लगातार घटनाएं हो रही हैं। हम उनकी मांद में हैं। नक्सलियों ने जगह-जगह आईईडी लगा रखा है। वे बौखलाए हुए हैं। उनके लगाए आईईडी बम से थोड़ा नुकसान हो रहा है। लेकिन यह ऑपरेशन उनके लिए मुसीबत बनकर आएगा। अब भी उनके लिए सरेंडर का समय है, यदि उस रास्ते को चुनें तो बेहतर हैं। वे जमशेदपुर के एसएसपी कार्यालय सभागार में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

किशन दा के सहयोगियों पर शिकंजा

प्रशांत बोस उर्फ किशन दा की गिरफ्तारी के बाद उनके सहयोगियों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। इसके लिए अलग टीम काम कर रही है। अप्रत्यक्ष रूप से मदद करने वालों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही और भी लोग इसमें पकड़े जाएंगे। सफेदपोशों और माओवादियों के गठजोड़ को लगभग तोड़ दिया गया है।

छेड़खानी करने वालों का नाम गुंडा रजिस्टर में

संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि जिले के सभी छेड़खानी के मामलों (धारा 354) के आरोपितों का नाम गुंडा रजिस्टर में दर्ज होगा और उनकी सतत निगरानी की जाएगी। इतना ही नहीं, एक टीम बनेगी, जो नियमित रूप से धारा 107 और 109 के तहत कार्रवाई करेगी। इसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा है। इसके साथ ही जिले के जितने भी जेल से निकले या फिर पहले से ही बाहर रह रहे अपराधी हैं, उनपर निगरानी बरतने के साथ सीसीए के तहत कार्रवाई का आदेश दिया गया है। यदि कोई दूसरे जिले का है, लेकिन उसका अपराध इस जिले में है तो उस जिले की पुलिस को उसपर कार्रवाई के लिए नोटिस भेजा जाएगा और उस जिले में भी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

पुरानी फाइलें हटाई जाएंगी

पुलिस की वे फाइलें, जो 25 साल पुरानी हैं और उसके केस का निष्पादन हो गया है, उसे न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर हटाने का आदेश दिया गया। इसके लिए अब सभी पुरानी फाइलों की सूची बनाई जाएगी और उस सूची के आधार पर ही उन मामलों का निष्पादन कर दिया जाएगा। इससे फाइलों को संजोने का स्थान मिलेगा और पुलिस पर कागजी दबाव का बोझ भी कम होगा।

पुराने अपराधी, नक्सलियों की जांच

आईजी ने कहा कि 25 साल पुराने अपराधियों की वर्तमान में क्या गतिविधियां हैं, उसकी जांच कराई जाएगी। वे जमशेदपुर में हैं या बाहर हैं उसका पता लगाया जाएगा। इसी तरह से 15 साल पहले के वे नक्सली जो फरार नही हैं, उनपर भी निगरानी बरती जाएगी।

ड्रग्स पर रोक के लिए अंतरराज्यीय समन्वय

पंकज कंबोज ने कहा कि ड्रग्स पर रोक के लिए अंतरराज्यीय समन्वय पर काम चल रहा है। जोनल स्तर पर होने वाली बैठक में ड्रग तस्करों की सूची रखी जाएगी। जो ओडिशा या पश्चिम बंगाल के तस्कर हैं, उनका ब्योरा उन्हें दिया जाएगा और कार्रवाई के लिए उस जिले को प्रस्ताव दिया जाएगा। सही समन्वय स्थापित होन जाने पर तस्करी पर अंकुश लगेगा।

जिले में 2541 मामले हैं लंबित, दो माह में खत्म करने का निर्देश

जोनल आईजी ने कहा कि जिले में 2541 मामले लंबित हैं और इन मामलों को दो महीने में खत्म करने का आदेश दिया गया है। इसमें पांच साल पुराने मामलों को शामिल किया गया है। कुछ प्रमुख मामलों को प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया गया है।

क्यूआर कोड पेट्रोलिंग राज्य में होगी प्रभावी

जमशेदपुर पुलिस ने पेट्रोलिंग और डायल 100 पर आई कॉल की त्वरित प्रतिक्रिया के लिए क्यूआर कोड की निगरानी शुरू की है। यह एक बेहतर प्रक्रिया है, जिससे कोताही पर रोक लगेगी और त्वरित एक्शन भी होगा। जमशेदपुर के इस प्रारूप को पुलिस महानिदेशक के पास रखकर उसे राज्य के हर जिलों में प्रभावी करने की दिशा में काम होगा। साइबर थाना को सशक्त किया जा रहा है, जिसमें एसआई और आरक्षियों की संख्या बढ़ाई जा रही है, ताकि जांच के लिए टीम बाहर जा सके। संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी प्रभात कुमार भी मौजूद थे।

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