पुलिस पर भरोसा नहीं, हथियार जमा करने को 800 रुपये देने से हिचकिचा रहे लोग
पूर्वी सिंहभूम जिले के 320 हथियार अभी तक जमा नहीं हुए हैं। न तो पुलिस के पास जमा कराए गए हैं और न ही हथियार विक्रेता के पास। इसके कारण ये सभी प्रशासन के कोपभाजन बन सकते हैं। 79 तो कोपभाजन बन भी चुके...
पूर्वी सिंहभूम जिले के 320 हथियार अभी तक जमा नहीं हुए हैं। न तो पुलिस के पास जमा कराए गए हैं और न ही हथियार विक्रेता के पास। इसके कारण ये सभी प्रशासन के कोपभाजन बन सकते हैं। 79 तो कोपभाजन बन भी चुके हैं। पहले चरण में 58 जबकि दूसरे चरण में 21 के लाइसेंस कैंसिल किए जा चुके हैं। इन सभी के लाइसेंस कैंसिल करने से अन्य हथियारधारकों में खलबली मच गई है। मगर हथियार नहीं जमा करने के पीछे लाइसेंसधारकों की आशंका और हिचक है। हथियार सिर्फ दो ही जगह जमा किए जा सकते हैं। एक तो अपने थाना में और दूसरे हथियार विक्रेता के पास। थाना में नि:शुल्क हथियार जमा लिए जाएंगे, मगर वहां उन्हें गड़बड़ी की आशंका सता रही है। लगता है कहीं कोई पार्ट बदल न जाए। हथियार डीलर के यहां जमा करने गए कई लोग लौट आए क्योंकि वह चुनाव तक हथियार रखने का 800 रुपये मांग रहा है। अनेक लाइसेंसधारकों से बातचीत में उनकी आशंका जाहिर हुई है। और 50 पर मंडरा रहा खतरा: लाइसेंस का निलंबन उपायुक्त अमित कुमार ने एसएसपी अनूप बिरथरे की अनुशंसा पर की है। जिनके लाइसेंस कैंसिल किए गए हैं, उनमें पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता दुलाल भुइयां भी शामिल हैं। यही नहीं, और 50 की सूची बनकर तैयार है। इनके भी लाइसेंस कैंसिल करने की अनुशंसा एसएसपी ने उपायुक्त से की है। इसकी वजह से बचे 320 लाइसेंसधारकों पर दबाव बढ़ गया है। 1617 लाइसेंसी हथियार हैं जिले में: जिले में कुल 1617 लाइसेंसी हथियार हैं। इनमें से 982 ने जमा करा दिए हैं। 236 को जमा करने से छूट मिल गई है जबकि 79 के लाइसेंस कैंसिल कर दिए