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पालाजोरी के मुखिया दाऊद आलम पर अपहरण, हत्या की प्राथमिकी

बीडीओ नागेन्द्र तिवारी की मौत पर पालाजोरी के मुखिया दाउद आलम के खिलाफ अपहरण और हत्या की एफआईआर जुगसलाई थाने में दर्ज की गई है। एफआईआर मृतक के भाई सुरेन्द्र तिवारी ने दर्ज कराई...

पालाजोरी के मुखिया दाऊद आलम पर अपहरण, हत्या की प्राथमिकी
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरWed, 15 Jul 2020 04:32 PM
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बीडीओ नागेन्द्र तिवारी की मौत पर पालाजोरी के मुखिया दाऊद आलम के खिलाफ अपहरण और हत्या की एफआईआर जुगसलाई थाने में दर्ज की गई है। एफआईआर मृतक के भाई सुरेन्द्र तिवारी ने दर्ज कराई है। प्राथमिकी में पालाजोरी बीडीओ ऑफिस के कर्मचारियों पर भी नागेन्द्र तिवारी को सहयोग नहीं करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है। प्राथमिकी साकची जेल चौक क्षेत्र में रहने वाले नागेन्द्र तिवारी के बड़े भाई सुरेंद्र तिवारी ने दर्ज कराई है। उनका कहना है कि उनका छोटा भाई नागेंद्र तिवारी देवघर जिले में पालाजोरी प्रखंड में बीडीओ सह सीओ के पद पर पदस्थापित थे। वे अवकाश में घर आए थे और उनके पास रह रहे थे। 12 जुलाई को करीब 12 बजे दिन में उनके आवास से यह कहकर निकले कि वे मंदिर जाकर आते हैं। जब वे शाम 7 बजे तक नहीं आए तो उनलोगों को चिंता हुई और खोजबीन शुरू की। जब वे नहीं मिले तो थाने में गुमशुदगी का आवेदन जाकर दिया। 13 जुलाई को पता चला कि उनके भाई की मौत जुगसलाई में ट्रेन से कटकर हो गई है और शव एमजीएम के पोस्टमार्टम हाउस में रखा हुआ है। जब वे लोग पोस्टमार्टम हाउस गए तो वहां अपने भाई की पहचान की। प्राथमिकी में उन्होंने लिखा है कि उनके भाई के साथ काम को लेकर कई बार पालाजोरी के मुखिया दाउद आलम के साथ विवाद भी हुआ था। इस विवाद की खबरें स्थानीय अखबारों में भी छपी थीं। उनके भाई बताते थे कि मुखिया दाउद आलम द्वारा दबाव बनाया जाता था कि जो भी वे प्रस्ताव भेजें, उसे पास कर दिया जाए। यदि वे इसे पास नहीं करेंगे तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से कर बदनाम कर देंगे। मुखिया द्वारा धमकी भी दी जाती थी कि वह औकात में रहें। मुखिया धमकी देते थे कि ऐसी जगह फेंक देंगे कि पता भी नहीं चलेगा। मुखिया दाउद ने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा था कि अपना स्थानांतरण करा लीजिए नहीं तो हम मुखिया हैं, जब चाहेंगे तब जमशेदपुर उठा लेंगे। इसको लेकर उनके भाई नागेन्द्र तिवारी चिंतित और परेशान थे। सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि उनके भाई नागेंद्र बोलते थे कि भैया वहां का मुखिया मेरे साथ कोई भी दुर्घटना कर सकता है। इसलिए नौकरी करना मुश्किल हो गया है। पालाजोरी का मुखिया और उसके कार्यालय के कर्मचारी हमेशा प्रताड़ित करते हैं। सुरेंद्र तिवारी ने कहा कि मुखिया दाउद आलम द्वारा उनके भाई को अगवा कर हत्या के बाद शव को रेलवे लाइन पर फेंक दिया गया। प्राथमिकी धारा 364 और 302 के तहत दर्ज की गई है। घटना की जांच खुद जुगसलाई थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर नित्यानंद महतो कर रहे हैं।

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