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एक ईंट के 11 रुपये देने पड़ते हैं नागाडीह में

नागाडीह में तीन युवकों की हत्या के पीछे जमीन का मामला सामने आ रहा है। आयुक्त और डीआईजी की दो सदस्यीय टीम की जांच की दिशा भी यही है, लेकिन उस इलाके में चलने वाले जमीन के कारोबार में कुछ चौंकाने वाले...

एक ईंट के 11 रुपये देने पड़ते हैं नागाडीह में
Center,JamshedpurSat, 27 May 2017 03:44 PM
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नागाडीह में तीन युवकों की हत्या के पीछे जमीन का मामला सामने आ रहा है। आयुक्त और डीआईजी की दो सदस्यीय टीम की जांच की दिशा भी यही है, लेकिन उस इलाके में चलने वाले जमीन के कारोबार में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। सूत्रों के अनुसार, इलाके में जमीन लेने के बाद यदि घर बनाना है तो उसकी नींव डालने से पहले कुछलोगों से सम्पर्क करना पड़ता है। उन्हें उस इलाके में एक ईंट के 11 रुपये देने पड़ते हैं। यानी सौदा ईंट के हिसाब से होता है। जमीन सरकारी हो या गैर सरकारी सब के लिए यही दर निर्धारित है। जमीन माफिया के रूप में एक ऐसे दबंग का नाम सामने आ रहा है, जिस पर हत्या का भी इल्जाम है। बताते हैं कि उस इलाके में उसकी ही चलती है और मकान बनाने से पहले उससे ही सम्पर्क करना पड़ता है। बताते हैं कि पुलिस की जांच की दिशा भी यही है। कहीं न कहीं नागाडीह में हुए तीन युवकों की हत्या में उस गिरोह की संलिप्तता हो सकती है। यह स्पष्ट है कि नागाडीह से सटे इलाके में ही विकास वर्मा जमीन लेना चाहता था। जमीन का सौदा कहां तक हुआ था यह किसी को नहीं मालूम। उस दिन वह उत्तम को लेकर उस जगह गया था। लोगों ने उसे उस जगह घेरा था, जो गांव से लगभग 50 मीटर की दूरी पर है। रोड में ही एक पुलिया है, जिसके पास उन्होंने अपनी बाइक खड़ी की थी। हमलावरों में पहले जो युवक आए वे घाघीडीह की ही तरफ से आए थे। बताया जाता है कि पुलिस को भी इन सब बातों की जानकारी दी गई है। इसीलिए आयुक्त ने राजस्व कर्मचारी यदुपति राज से उस इलाके की जमीन का ब्योरा मांगा था और नहीं उपलब्ध करा पाने पर उसे निलंबित कर दिया था।

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