ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना...
प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर किशोर कुमार के सदा बहार गीतों की प्रस्तुति से शुक्रवार की शाम सुरमयी बनी। माइकल जॉन ऑडिटोरियम में जमशेदपुर कलाकार मंच के फनकारों ने किशोर दा के जन्मदिन पर उनके 32 एकल और युगल...
प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर किशोर कुमार के सदा बहार गीतों की प्रस्तुति से शुक्रवार की शाम सुरमयी बनी। माइकल जॉन ऑडिटोरियम में जमशेदपुर कलाकार मंच के फनकारों ने किशोर दा के जन्मदिन पर उनके 32 एकल और युगल गीतों से समां बांधा।
समाजसेवी बेली बोधनवाली ने ‘एक शाम किशोर दा के नाम’ संगीत संध्या का शुभारंभ किया। भाजपा नेता भरत सिंह, सहायक आयुक्त वाणिज्यकर मिथिलेश कुमार, राजद नेता पुरेंद्र नारायण सिंह, कांग्रेस नेता एसआरए रिजवी ‘छब्बन’ भी मौजूद थे। स्वागत संजीव बनर्जी और धन्यवाद ज्ञापन राजू बरूआ ने किया।
संगीत संध्या का शुभारंभ ब्रायन ने ‘ राजू चल राजू...’ से किया। एडीएम सुबोध कुमार ने ‘ ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना...’ की प्रस्तुति से सबको मंत्रमुग्ध किया। पियाल ने ‘घुंघरू की तरह...’, लतीफ ने ‘रोते हुए आते हैं सब...’, बापी एवं बॉबी ने ‘इंतेहा हो गई...’, राजा एवं पूजा ने ‘आंखों में काजल है...’गीत गाए। संगीत में स्वरूप राय ने बेस गिटार, जितेश, राहुल ने पैड, राजा ने लीड गिटार, शिबू सेन ने ऑक्टोपैड, ढोलक, चिंटू ने तबला, संजय ने सेक्सोफोन, अरुण थापा और स्वप्न तिवारी ने की-बोर्ड पर संगत किया। नागेन, श्वेता, चौहान, बबली, भरत सिंह, बलदेव, अर्पिता, तुबाई, पप्पू, हीरोक, इम्तियाज, सुबोध कुमार, आनंद, किरन ने गाने गाए।