हत्या-उपद्रव : पुलिस ने अफवाह को गंभीरता से नहीं लिया
बच्चा चोरी की अफवाह में हत्याएं और उसके बाद हुए बवाल के मामले में जांच समिति ने मंगलवार को राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं तो कई कार्रवाई की...
बच्चा चोरी की अफवाह में हत्याएं और उसके बाद हुए बवाल के मामले में जांच समिति ने मंगलवार को राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं तो कई कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। जमशेदपुर के बागबेड़ा के नागाडीह और राजनगर में 18 मई को सात लोगों की हत्या कर दी गई थी। इसके दो दिन बाद मानगो में जमकर तोड़फोड़ की गई थी।
कोल्हान के प्रभारी आयुक्त की अध्यक्षता वाली समिति मे डीआईजी प्रभात कुमार भी शामिल थे। कुमार ने कहा कि रिपोर्ट सुपुर्द कर दी गई है,लेकिन रिपोर्ट के बारे में कुछ भी नहीं बताया।
क्या है रिपोर्ट में : जांच समिति ने कहा है कि दोनों घटनाओं को बच्चा चोर गिरोह से देखना गलत है। समिति ने 200 लोगों के बयान लिए । पहले घाटशिला में ऐसी अफवाह में एक की हत्या के बाद पुलिस सतर्क नहीं हुई। 270 पेज की रिपोर्ट में अफवाह रोकने के सुझाव भी दिए गए है। इसमें इंस्पेक्टर और दो डीएसपी की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। उन पर कार्रवाई हो सकती है।