ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड जमशेदपुरपहली बार दही और पनीर का स्वाद चख रहे एमजीएम के मरीज

पहली बार दही और पनीर का स्वाद चख रहे एमजीएम के मरीज

एमजीएम अस्पताल में पहली बार मरीजों को दही और पनीर का स्वाद भी चखने को मिल रहा है। वर्षों से खाली पड़े डाइटीशियन का पद के भरते ही एमजीएम के मरीजों की थाली में जायका और पोषण एक बार फिर से लौटने लगा है।...

पहली बार दही और पनीर का स्वाद चख रहे एमजीएम के मरीज
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरSat, 20 Jul 2019 05:28 PM
ऐप पर पढ़ें

एमजीएम अस्पताल में पहली बार मरीजों को दही और पनीर का स्वाद भी चखने को मिल रहा है। वर्षों से खाली पड़े डाइटीशियन का पद के भरते ही एमजीएम के मरीजों की थाली में जायका और पोषण एक बार फिर से लौटने लगा है। नई डाइटीशियन के आने से अब तक मरीजों का बीमारी के हिसाब से डाइटचार्ट बन रहा है। नाश्ता व खाना भी अब समय पर उपलब्ध हो रहा है।

प्रतिदिन एक लीटर दूध

अस्पताल में लिक्विड डाइट के लिए प्रस्तावित मरीजों को पहले दिन में दोनों प्रहर मिलाकर 500 मिली लीटर ही दूध दिया जाता था। इसके साथ अंडा, केला दिया जाता था। नई डायटीशियन अन्नू सिन्हा ने इसमें बदलाव कर दिया, क्योंकि लिक्विड डाइट वाले मरीजों को अंडा और केला जरूरी नहीं है। इस कारण इन्हें हटाकर रोजाना 500 मिली के बजाए एक लीटर दूध अब मरीजों को दिया जा रहा है। दूध के साथ चीनी भी दी जाएगी। अब मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए एक मात्र दूध ही नहीं दही व पनीर भी नसीब हो रही है। नई डाइटीशियन अन्नू सिन्हा द्वारा बनाये गये डाइटचार्ट में प्रत्येक सोमवार को मरीजों को अब 100 ग्राम दही भी दी जाएगी। वहीं दही को मीठा करने के लिए 20 ग्राम चीनी भी मिलेगी। अब सप्ताह में एक दिन 50 ग्राम पनीर भी मिलेगा।

पहली बार मूंग दाल भी

पहले एमजीएम में सिर्फ एक ही तरह की अरहर दाल आया करती थी। अब अस्पताल में अरहर दाल के साथ मूंग दाल भी परोसी जा रही है। अब सॉफ्ट डाइट वाले मरीजों को अरहर दाल के बजाए 60 ग्राम मूंग दाल सर्व किया जा रहा है।

किचेन में अब ड्रेस पहने दिखते हैं रसोइए

नई डाइटीशियन अन्नू सिन्हा ने चार्ज लेने के साथ ही सिर्फ डाइट ही नहीं, एमजीएम के रसोइयों को भी सुधार दिया है। अब किचेन में सभी 21 रसोइए वर्दी में काम करते दिखते हैं। किचेन में दिन में दो से तीन बार साफ-सफाई की जाती है। सभी रसोइयों को बार-बार हैंडवॉश करने के निर्देश दिये गये हैं, ताकि मरीजों तक हाईजेनिक व गुणवत्तापूर्ण भोजन पहुंचे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें