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पीजी कराने योग्य नहीं है एमजीएम मेडिकल कॉलेज

एमजीएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सर्जरी में पीजी कोर्स कराने के लिए उपयुक्त संसाधन नहीं है। सोमवार को अचानक एमसीआई (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) की ओर से आए डॉ. राज्जना बी ने छानबीन के बाद स्थिति का...

पीजी कराने योग्य नहीं है एमजीएम मेडिकल कॉलेज
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरWed, 18 Sep 2019 05:10 PM
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एमजीएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सर्जरी में पीजी कोर्स कराने के लिए उपयुक्त संसाधन नहीं है। सोमवार को अचानक एमसीआई (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) की ओर से आए डॉ. राज्जना बी ने छानबीन के बाद स्थिति का आकलन किया। टीम को अस्पताल में कई अनियमितताएं मिलीं।

कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में डॉ. राज्जना बी (हसन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के एचओडी) ने सबसे पहले डॉक्टरों से सर्जरी विभाग के बारे में जानकारी ली। जांच में सामने आया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के नाम पर कुछ भी अपडेट नहीं है। डॉ. राज्जना लौट गए, लेकिन निरीक्षण के दौरान उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर एमजीएम मेडिकल कॉलेज को सर्जरी में पीजी शुरू करने का आदेश मिलने में संशय है। दरअसल, एमजीएम मेडिकल कॉलेज ने ही सर्जरी पीजी में सीटें बढ़ाने का आवेदन दिया था, जिसके तहत यह जांच हुई है। डॉ. राज्जना ने सर्जरी से संबंधित हर विभाग व उपकरण का निरीक्षण किया। टीम को अस्पताल में कुछ भी सही नहीं मिला। न आंकड़े उपलब्ध थे और न ही सर्जरी का रजिस्टर दिखाया गया। वहीं, म्यूजियम नहीं मिलने पर भी उन्होंने हैरत जताई। वहीं, ऑपरेशन से पहले मरीजों को रखे जाने वाले वार्ड को देखा। यहां निरीक्षण से पहले अफरातफरी में तीन मरीजों को रखा गया था। उनके जाने पर मरीज उठकर चले गए। अस्पताल में कितने मेजर एवं कितने माइनर ऑपरेशन अबतक हुए हैं, यह भी कोई नहीं बता सका। लाइब्रेरी बंद थी और किताबों को तरीके से नहीं रखने पर नाराजगी जताई। दूसरी ओर, वार्ड इंचार्ज की जगह पर डॉक्टरों ने इंचार्ज नर्स को सामने कर दिया।

इसपर रही नजर: उन्होंने एमजीएम अस्पताल की इमरजेंसी, ओपीडी, सर्जरी ओटी-वार्ड व लाइब्रेरी, इंस्टॉलाइजेशन यूनिट, पैथोलॉजी केंद्र, ब्लड बैंक, सिटी स्कैन मशीन, अल्ट्रासांउड व एक्सरे केंद्र, रजिस्ट्रेशन काउंटर, सभागार, ड्रेसिंग रूम समेत अन्य विभागों में उपलब्ध एक-एक संसाधनों पर नजर दौड़ाते हुए गंदगी पर सवाल उठाया।

कॉलेज में डॉक्टरों के रिकार्ड की जांच: मेडिकल कॉलेज जाकर डॉ. राज्जना ने सर्जरी विभाग की कई तरह से जांच की। सबसे पहले सर्जरी विभाग से संबंधित कितने सीनियर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंट के साथ प्रोफेसर एवं डॉक्टर हैं। यह जानने के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रिकार्ड को खंगाला। कागजात की जांच रिपोर्ट एवं एमजीएम अस्पताल के सर्जरी विभाग में आने वाले मरीजों के आधार पर एमसीआई को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

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