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एमजीएम : वार्ड में मरीज बेहाल, ओपीडी में ड्यूटी दे रहीं नर्स

वार्ड में नर्सों की कमी के कारण मरीजों का बुरा हाल है। दूसरी ओर नर्सें नियम विरुद्ध ओपीडी में ड्यूटी कर रही हैं। यह स्थिति है कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम)...

एमजीएम : वार्ड में मरीज बेहाल, ओपीडी में ड्यूटी दे रहीं नर्स
Center,JamshedpurThu, 01 Jun 2017 10:18 AM
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वार्ड में नर्सों की कमी के कारण मरीजों का बुरा हाल है। दूसरी ओर नर्सें नियम विरुद्ध ओपीडी में ड्यूटी कर रही हैं। यह स्थिति है कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल की। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की गाइडलाइन के अनुसार, ओपीडी में नर्स ड्यूटी नहीं दी जाती है। पर एमजीएम अस्पताल में इस नियम को ताक पर रखकर ड्यूटी रोस्टर तैयार किया जा रहा है। एमजीएम के डेंटल ओपीडी में दो, ब्लड बैंक में दो व मेडिसिन में एक नर्स की ड्यूटी लगाई जाती है। ये नर्सें महज रजिस्टर मेंटेन करती हैं। वार्ड में मरीज परेशान : एक ओर, जहां बेवजह ओपीडी में नर्सों की ड्यूटी दी जा रही है। वहीं, अस्पताल के अन्य विभागों और वार्ड में नर्सों की कमी के कारण मरीजों का बुरा हाल है। 28 बेड की इमरजेंसी में केवल तीन नर्सें रहती हैं। वहीं 5-5 बेड के आईसीयू/सीसीयू में भी एक शिफ्ट में दो ही नर्सें रहती हैं। पीडियाट्रिक, सर्जरी समेत अन्य विभागों में जरूरत के अनुसार नर्सों की काफी कमी है। चार बेड पर चाहिए एक नर्स : सरकारी अनुपात के अनुसार, किसी भी सरकारी/गैर सरकारी अस्पताल में प्रत्येक चार बेड पर एक नर्स होनी चाहिए, पर 560 बेड के एमजीएम में केवल 300 ही नर्सें हैं। कुल 420 नर्सों की आवश्यकता है। इसका मतलब अब भी करीब 120 नर्सों की कमी है।

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