एमजीएम और टीएमएच ने लौटाया, डॉ. नागेंद्र सिंह ने बचाया
टीचर्स कॉलोनी निवासी अमित के पेट में 80 प्रतिशत तक चाकू घुस गया। जख्मी हालत में उसे एमजीएम ले जाया गया, जहां सुविधा नहीं होने की बात कहकर डॉक्टरों ने लौटा दिया। टीएमएच ने भी पैसे की कमी के कारण जवाब...
टीचर्स कॉलोनी निवासी अमित के पेट में 80 प्रतिशत तक चाकू घुस गया। जख्मी हालत में उसे एमजीएम ले जाया गया, जहां सुविधा नहीं होने की बात कहकर डॉक्टरों ने लौटा दिया। टीएमएच ने भी पैसे की कमी के कारण जवाब दे दिया।
इसके बाद मामला डिमना रोड स्थित गंगा मेमोरियल के डॉ. एनके सिंह के पास पहुंचा तो उन्होंने न सिर्फ नि:शुल्क ऑपरेशन किया, बल्कि मरीज की जान भी बचाई और मानवता की मिसाल पेश की। अगर थोड़ी देर हो जाती तो शायद अमित को बचाना मुश्किल होता।
छोटे भाई ने घोंप दिया था चाकू : परिजनों ने बताया कि अमित के छोटा भाई ने 22 जून की सुबह घर आकर पुराने विवाद में पेट में चाकू घोंप दिया। अमित को एमजीएम ले जाया गया तो डॉक्टरों ने कहा कि यहां इस ऑपरेशन की सुविधा नहीं है और हायर अस्पताल रेफर कर दिया। टीएमएच पहुंचे तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए तत्काल 40 हजार रुपये जमा कराने को कहा। आर्थिक तंगी के कारण ऑपरेशन नहीं हो सका। लोगों की सलाह पर परिजन अमित को लेकर गंगा मेमोरियल पहुंचे और डॉ. एनके सिंह को अपनी स्थिति बताई। डॉ. सिंह ने तुरंत एक टीम गठित कर अमित का ऑपरेशन किया। उन्होंने बताया कि चाकू उसके पेट में 80 फीसदी तक घुसा हुआ था। अगर इससे आंत कट जाती तो अमित को बचाना मुश्किल था। फिलहाल अमित खतरे से बाहर है। डॉ. सिंह ने परिजनों से कहा कि जबतक अमित अस्पताल में है, उसे सभी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराई जायेंगी।