अलग-अलग होते हैं मानसिक व शारीरिक रोग : डॉ. संजय अग्रवाल
मानसिक व शारीरिक रोग पूरी तरह से अलग-अलग होते हैं। पर इनका एक साथ इलाज करने पर ही मरीज को बेहतर लाभ मिलता है। उक्त बातें टीएमएच के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. संजय अग्रवाल ने शुक्रवार को साकची के एक होटल में...
मानसिक व शारीरिक रोग पूरी तरह से अलग-अलग होते हैं। पर इनका एक साथ इलाज करने पर ही मरीज को बेहतर लाभ मिलता है। उक्त बातें टीएमएच के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. संजय अग्रवाल ने शुक्रवार को साकची के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। डॉ. संजय ने बताया कि अगर किसी को लगातार सिरदर्द हो रहा है और लगातार जांच के बाद भी कोई कारण सामने नहीं पता चल रहा है तो यह अन एक्सप्लेन रीजन कहा जाता है। करीब एक तिहाई मरीजों में अन एक्सप्लेन बीमारी के लक्षण मिलते हैं। इलाज का सही कारण पता न होने के कारण इलाज में उनका काफी पैसा बर्बाद होता है। जबकि ऐसी बीमारी का इलाज फिजीशियन नहीं बल्कि मनोचिकित्सक बेहतर ढंग से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों में भ्रांति है कि मनोचिकित्सक के पास रोगी पागल हो जाते हैं। पर ऐसा नहीं है। डॉ. संजय ने बताया कि शनिवार से टीएमएच में इंडियन साइकेट्रिक सोसाइटी के एनुअल कान्फ्रेंस का आयोजन किया जायेगा। इसमें देश के विभिन्न राज्यों के मनोचिकित्सक लेटेस्ट रिसर्च व तकनीक के बारे में बताएंगे। प्रेसवार्ता में डॉ. महेश हेंब्रम भी उपस्थित थे।