शहीद की मौत, कौम की हयात : लक्खा
शहीद की मौत, कौम की हयात है। जो शहीदों और बुजुर्गों को भूल जाते हैं। दुनिया उनको भुला देती है। यह बातें जानेमाने भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा ने शुक्रवार को जेके रेसीडेंसी साकची में...
शहीद की मौत, कौम की हयात है। जो शहीदों और बुजुर्गों को भूल जाते हैं। दुनिया उनको भुला देती है। यह बातें जानेमाने भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा ने शुक्रवार को जेके रेसीडेंसी साकची में कहीं।
इकतारा से गुरुवाणी सुनाएंगे : चमकौर के शहीदों को समर्पित महान कीर्तन दरबार में पहुंचे लक्खा ने कहा कि पुराना इकतारा ढूंढा हूं। जिससे गुरुवाणी पेश करेंगे। धर्म और राष्ट्र के प्रति युवा सजग हों। आपसी मतभेद को मिटाने का समय है। पहले हिन्दुस्तानी फिर किसी धर्म और जाति के हैं। शहीदों के सम्मान में कार्यक्रम होने चाहिए। फिल्म ‘मां पूर्णागिरि में काम : लक्खा ने कहा कि उनकी फिल्म ‘मां पूर्णागिरि अप्रैल में रिलीज होगी। जिसका प्रीमियर देहरादून में होगा। जिसमें छोटा बेटा राजदीप गिल ने काम किया है। फिल्म में संगीत देने के साथ दो भजन और एक सूफी गाना ‘अपने हिस्से की नेकियां वक्त के रहते कर ले गाया है। सू्फी गीत लोगों को पसंद आएगा।यू-ट्यूब से हो रहा है फायदा : लक्खे ने बताया कि नववर्ष से अलबम शुरू करेंगे। यू-ट्यूब का युग है। यू-ट्यूब से फायदा हो रहा है।