कुड़मियों का जंतर मंतर पर धरना 21 नवंबर से
कुड़मी संगठनों की मंगलवार को एक गेस्ट हाउस में आयोजित संयुक्त बैठक में 21 नवंबर से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरमोहन महतो ने...
कुड़मी संगठनों की मंगलवार को एक गेस्ट हाउस में आयोजित संयुक्त बैठक में 21 नवंबर से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरमोहन महतो ने की।
कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति एवं कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं सूची में और सरना कोड लागू करने की मांग पर दो दिवसीय धरने पर सहमति बनी। धरना के बाद प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। हरमोहन महतो ने बताया कि छोटानागपुर टोटेमिक आदिवासी कुड़मी समाज के बैनर तले दिल्ली में धरने में झारखंड,ओडिशा, असम और बंगाल के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
बैठक में आदिवासी कुड़मी समाज, कुड़मी विकास मोर्चा, कुड़मी सेना (टोटेमिक), पूर्वांचल आदिवासी कुड़मी समाज, छोटानागपुर आदिवासी कुड़मी समाज, कुड़मी समाज समिति, कुड़मी छात्र युवा मोर्चा, कुड़मी आन्दोलनकारी मंच और कुड़मी समाज अधिवक्ता मंच के प्रतिनिधि मौजूद थे। अजीत प्रसाद महतो (बंगाल), शीतल अहोदार, हरमोहन महतो, लालटू महतो, फणी महतो, जयराम महतो, अमित महतो, सुनील महतो, प्रणव महतो, चंपक लता महतो, नारायण महतो, सुमित महतो, भावातरण महतो मुख्य रूप से मौजूद थे।