अस्पतालों में रखें पूरी तैयारी, एक अप्रैल को होगी मॉक ड्रिल
जिले में बढ़ते कोरोना और एच-3 एन-2 के मामलों को देखते हुए झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन सोसाइटी के डायरेक्टर ने गाइडलाइन जारी करते हुए विशेष सतर्कता...
जिले में बढ़ते कोरोना और एच-3 एन-2 के मामलों को देखते हुए झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन सोसाइटी के डायरेक्टर ने गाइडलाइन जारी करते हुए विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश डीसी और सिविल सर्जन को दिया है।
डायरेक्टर का कहना है कि फरवरी मध्य से लेकर अबतक पूर्वी सिंहभूम समेत राज्य के कई जिलों में कोरोना के मामले बढ़े हैं। इसलिए निगरानी बढ़ाने की जरूरत है। कोरोना के नए वेरिएंट को भी ध्यान में रखकर तैयार करनी है। साथ ही एच-3 एन-2, एच-1 एन-1 को लेकर भी अलर्ट करना है। टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीकाकरण की रणनीति बनाई गई है और कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करना है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग भी सुनिश्चित करना है। मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक ओपीडी, आईपीडी और मेडिसिन सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं बाह्य रोगी विभाग और आंतरिक रोगी विभाग में इन्फ्लूएंजा, सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों के इलाज की व्यवस्था, उनकी रिपोर्टिंग जरूर हो। पॉजिटिव मरीजों का डाटा आईडीएसपी-आईएचआईपी पोर्टल में अपलोड करें। जांच को बढ़ाना है। कोरोना के साथ इन्फ्लूएंजा की भी जांच करनी है। एच-3 एन-2 के मरीजों के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड सुरक्षित रखना है, जहां ऑक्सीजन, बेड, आईसीयू समेत अन्य इलाज संबंधी उपकरण का इंतजाम हो है। एक अप्रैल को मॉक ड्रिल का अभ्सास करना है। साथ ही 10 और 11 अप्रैल को देश स्तर पर सारे अस्पतालों की मॉक ड्रिल निर्धारित की गई है।