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कदमा फायरिंग : एके-47 की फिराक में था तौकीर

सोनारी के दोमुहानी में रिजवान खान को गोली मारने की घटना को पुलिस ने झूठा करार दिया है। इसका खुलासा एसएसपी अनूप बिरथरे ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में...

कदमा फायरिंग : एके-47 की फिराक में था तौकीर
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरSat, 17 Nov 2018 11:33 PM
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सोनारी के दोमुहानी में रिजवान खान को गोली मारने की घटना को पुलिस ने झूठा करार दिया है। इसका खुलासा एसएसपी अनूप बिरथरे ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में किया। उन्होंने कहा कि पिस्तौल देखने में गोली चली थी और रिजवान की पीठ में लग गई थी। तब मो. तौकीर पिस्तौल को देख रहा था। घटना कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 3 टेंपो स्टैंड के पास हुई थी। मामले में पुलिस ने आर्म्स सप्लायर फिरोज और तौकीर को गिरफ्तार कर लिया है। तौकीर ने पिस्तौल जुगसलाई पुरानी बस्ती के मो. फिरोज उर्फ सुकट खान से 29 हजार में खरीदी थी। वह और पैसे जमाकर एके-47 खरीदने की फिराक में था। प्रेस वार्ता में डीएसपी सुधीर कुमार, डीएसपी अरविंद कुमार, कदमा थानेदार जितेंद्र ठाकुर, सोनारी थानेदार अनुज कुमार मौजूद थे। तीन माह पहले खरीदी थी पिस्तौल : पिस्तौल को तौकीर ने तीन माह पहले सुकट से खरीदा था। इसके लिए उसने अपनी पैशन बाइक को बेची थी। एक पिस्तौल खरीदने के बाद दूसरी के लिए और 29 हजार रुपये दिया था।रातभर नदी में हथियार खोज रही थी पुलिस : तौकीर ने बताया था कि उसने शास्त्रीनगर के पास नदी में हथियार को फेंक दिया है। उसके बाद पुलिस उस हथियार को बरामद करने के लिए गुरुवार को रातभर नदी में खोजती रही। हथियार नहीं मिलने पर अंतत: पुलिस तौकीर को पीओ पर लेकर गयी और मामले का भंडाफोड़ हो गया। फिरोज व उसके भाई मो. समर हैं आर्म्स सप्लायर : पिस्तौल के साथ गिरफ्तार मो. फिरोज आर्म्स सप्लायर है। जांच में पता चला कि उसका भाई मो. समर इस लाइन का पुराना खिलाड़ी है। इसके पहले भी वह जेल जा चुका है। शास्त्रीनगर टेंपो स्टैंड में चली थी गोली: रिजवान अपने साथी तौकीर के साथ कदमा के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 3 टेंपो स्टैंड के पास हथियार को देख रहा था, तभी गलती से गोली चल गई थी। सड़क के पत्थर ने खोला राज : जांच के लिए जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब तौकीर ने बताया था कि वहां पर एक पत्थर रखा है। उस पत्थर को जब पुलिस ने उठाया तो देखा कि वह पत्थर कई दिनों से वहां पड़ा है और जमीन पर निशान भी थे। उसके बाद सीसीआर डीएसपी सुधीर कुमार को आशंका हुई थी और उन्होंने तौकीर को थप्पड़ मारा था।ओरिएंट नर्सिंग होम पहुंचा था इलाज कराने : पीठ पर गोली लगने के बाद रिजवान को उसके साथी कदमा के ही ओरिएंट नर्सिंग होम में इलाज कराने के लिए लेकर पहुंचे हुए थे। यहां पर डॉक्टरों ने साफ कह दिया कि मामला पुलिस का है। इसलिए वे एमजीएम या टीएमएच लेकर जाएं। उसके बाद उसके साथी उसे लेकर टीएमएच में गये। पुलिस को खूब किया गुमराह : मो. रिजवान, तौकीर व उसके साथी पुलिस को गुमराह कर रहे थे। तौकीर जब पुलिस की गाड़ी में बैठकर रात 8 बजे घटनास्थल पर गया, तब वह सही-सही कुछ भी नहीं बता रहा था।

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