दशकों बाद जागा आवास बोर्ड, आवंटियों के लिए लगा रहा शिविर
झारखंड राज्य आवास बोर्ड दशकों बाद अपने आवंटियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए शिविर आयोजित कर रहा है। आदित्यपुर और बागबेड़ा में शिविर संपन्न हो चुका है, लेकिन छोटा गोविंदपुर में 11 अगस्त को शिविर...
झारखंड राज्य आवास बोर्ड दशकों बाद जाग गया है। वह अपने आवंटियों की समस्या के समाधान के लिए शिविर लगा रहा है। आदित्यपुर व बागबेड़ा में शिविर संपन्न हो चुका है, जबकि छोटा गोविंदपुर में 11 को लगाया जाएगा। शिविर में आवंटियों से नामांतरण, हस्तांतरण, सीमांकन या अन्य मांग और विवाद के संबंध में आवेदन लिए जाएंगे। हालांकि गत दिनों संपन्न दोनों शिविरों के प्रति लोगों का रिस्पांस बेहद ठंडा रहा। बताया जाता है कि बहुत कम आवेदन जमा हुए। अब देखना है कि गोविंदपुर में आयोजित होने वाले शिविर के प्रति कैसी प्रतिक्रिया रहती है। आदित्यपुर में बोर्ड ने बने-बने मकान और जमीन दोनों आवंटित किए हैं। आदित्यपुर में दो कमरे के 2152 मकान आवंटित हैं। दूसरी ओर, बागबेड़ा में 1140 प्लॉट आवंटित किए गए। छोटागोविंदपुर में 2320 बने मकान हैं। ये चार श्रेणी में हैं। इसके अलावा वहां सैकड़ों एकड़ खाली जमीन पर कब्जा हो चुका है। इसके अलावा कॉमर्शियल प्लॉट भी हैं। आदित्यपुर में चार श्रेणी के प्लॉट हैं। इनमें उच्च आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग, अल्प आय वर्ग और कमजोर आय वर्ग के अनुसार प्लॉट बनाए गए हैं।
शिविर की अवधि बढ़ने से 11 के कैम्प पर संशय
छोटा गोविंदपुर पंचायत भवन में 11 अगस्त को आवास बोर्ड ने शिविर लगाने की घोषणा की है। परंतु यह कार्यक्रम तब बनाया गया था, जब मुख्यमंत्री मंईयां योजना का शिविर 10 अगस्त तक घोषित था। अब इसकी अवधि बढ़ाकर 15 अगस्त कर दी गई है है। ऐसे में आवास बोर्ड के शिविर को लेकर संशय उत्पन्न हो गया है। क्योंकि उसी पंचायत भवन में मंईयां योजना का कैम्प लग रहा है।
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