जवाहर हत्या मामला : धनबाद से जुड़े हैं चिड़ीमारों के तार
जवाहर की हत्या के तार धनबाद से जुड़े हैं। चिड़ीमार सिर्फ जमशेदपुर के ही नहीं हैं, बल्कि आसपास के जिले और दूसरे राज्यों के भी हैं। पुलिस भी यह स्वीकार कर रही है कि जुए के खेल में ही जवाहर की हत्या की...
जवाहर की हत्या के तार धनबाद से जुड़े हैं। चिड़ीमार सिर्फ जमशेदपुर के ही नहीं हैं, बल्कि आसपास के जिले और दूसरे राज्यों के भी हैं। पुलिस भी यह स्वीकार कर रही है कि जुए के खेल में ही जवाहर की हत्या की गई है। इसके बाद ही मामले को फिरौती का रूप देकर दबाने का प्रयास किया गया, लेकिन इसका खुलासा पुलिस ने समय पर ही कर दिया।
20 साल से चल रहा चिड़ीमार का खेल : चिड़ीमार का खेल शहर में 20 वर्षों से चल रहा है। पांच साल पहले झरिया के रहने वाले डबल टी नामक व्यक्ति की हत्या हुई थी। तब डबल टी ही चिड़ीमार गैंग को चला रहा था।
रुपये वाले को फांसने का चलता है काम : जुआ के नाम पर चिड़ीमार गैंग के लोग रुपये वाले लोगों को फंसाते हैं। पहले तो वह उन्हें जिताते हैं, उसके बाद वह हारता चला जाता है। रुपये हारने के बाद अगर कोई इसका विरोध करता है तो उसका अंजाम जवाहर जैसा ही होता है।