महिला शिक्षा में पूरे देश का मॉडल बनेगा जमशेदपुर महिला विवि : राज्यपाल
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह मंगलवार को हुआ। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने 872 छात्राओं को डिग्री प्रदान की। इस अवसर पर 32 गोल्ड मेडलिस्ट और 59 विषयवार रैंक होल्डर्स को...

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय के सिदगोड़ा कैंपस में आयोजित समारोह में राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। यहां उन्होंने 32 गोल्ड मेडलिस्ट और 59 विषयवार रैंक होल्डरों समेत 872 छात्राओं को डिग्री प्रदान की। इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि छात्राओं को आज सिर्फ डिग्री नहीं दी जा रही, बल्कि उन्हें उनके परिश्रम और उत्तरदायित्व का प्रमाण दिया जा रहा है। महिला विश्वविद्यालय ने आज एक इंटर कॉलेज से विश्वविद्यालय बनने तक का सफर तय कर श्रेष्ठता साबित की है। राज्य में महिलाओं का शैक्षिक और सामाजिक, आर्थिक विकास जरूरी है। इस विश्वविद्यालय ने इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमारा उद्देश्य ऐसा माहौल बनाना है, जिससे जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय को पूरे राज्य और पूरे देश में लड़कियों को उच्च शिक्षा देने के मामले में एक मॉडल के रूप में जाना जाए।
राज्यपाल ने छात्राओं से अपील की कि वे अपना योगदान राष्ट्र के निर्माण के लिए सुनिश्चित करें। आप सभी अपने कौशल के बूते समाज के विकास में भागीदार बनें। गंगवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ अभियान से महिला सशक्तीकरण की दिशा में व्यापक कदम उठाए हैं। हमें भी इस दिशा में अपना योगदान सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्राओं की जिम्मेदारी है कि वे औद्योगिक नगरी जमशेदपुर को पूरे देश में महिला शिक्षा के उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र के रूप में स्थापित करने में योगदान दें। अब महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। अब उनकी भूमिका पारंपरिक प्रथा के अनुरूप नहीं रह गई है। अब वह नेतृत्व करने की भूमिका में हैं। अधिकतर विश्वविद्यालय में बेटियां ही पदक पाने में आगे हैं। विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में बेटियां अहम भूमिका निभाएंगी।
शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों के लिए बनेगा आवासीय परिसर : कुलपति
कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय को विकसित करने के लिए कई योजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि 12 हज़ार से अधिक छात्राएं वर्तमान में पढ़ रही हैं। आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के चलते यहां की अधिकतर छात्राएं आदिवासी हैं। उनके विकास के लिए विश्वविद्यालय सतत प्रयासरत है। प्लेसमेंट से लेकर समय पर परीक्षा कराने तक के लिए विश्वविद्यालय पूरे झारखंड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। यहां थर्ड जेंडर छात्राओं की फीस माफ की गई है। पांच सबर छात्राएं भी निःशुल्क पढ़ रही हैं। डबल बीएड कोर्स भी संचालित किया जा रहा है। शिक्षकों की कमी के बावजूद नई शिक्षा नीति को लागू किया गया है। जल्द ही विश्वविद्यालय कंप्यूटर एप्लीकेशन में बीटेक शुरू करेगा। कुलपति ने कहा कि शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के लिए महिला विश्वविद्यालय में आवासीय परिसर भी बनाया जाएगा।
मुस्कान महतो को ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट का खिताब
दीक्षांत समारोह में 872 छात्राओं को डिग्री बांटी गई। इनमें से स्नातक, स्नातकोत्तर, पीजी वोकेशनल, बीएड और एमएड की छात्राओं को डिग्री के साथ-साथ गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। कुल 32 गोल्ड मेडलिस्ट छात्राओं को सम्मानित किया गया। ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट का खिताब गणित विभाग की मुस्कान महतो को दिया गया। वहीं, स्नातक 2021-24 बैच की अन्य रैंक होल्डर छात्राओं को भी मेडल दिया गया। कुल 77 छात्राओं को विषयवार टॉप करने पर मेडल प्रदान किया जाना था, जिनमें से 59 छात्राएं समारोह में उपस्थित हुईं। राज्यपाल ने अपने हाथों से सबको डिग्री व मेडल बांटे।
500 बेड के महिला छात्रावास और सीनेट हॉल का उद्घाटन
राज्यपाल ने सिदगोड़ा स्थित नए कैंपस में मंगलवार को 500 बेड के नए छात्रावास और सीनेट हॉल का उद्घाटन किया। समारोह शुरू होने के पहले ही कुलाधिपति ने छात्रावास का उद्घाटन किया। उन्होंने छात्रावास का निरीक्षण भी किया। इसके बाद वे सीनेट हॉल का उद्घाटन करने पहुंचे, लेकिन ऐन वक्त पर बिजली गुल हो गई। सीनेट हाल सातवें तल पर होने के कारण राज्यपाल उस समय नहीं जा सके। दीक्षांत के समापन के बाद उन्होंने सीनेट हॉल का उद्घाटन किया।
एकेडेमिक परेड कर किया गया कुलाधिपति का स्वागत
दीक्षांत समारोह शुरू होने के पहले विश्वविद्यालय की एकेडमिक परेड से राज्यपाल का स्वागत किया गया। इसमें कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता ने राज्यपाल की अगुवाई की। इस दौरान छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. किश्वर आरा, प्रॉक्टर डॉ. सुधीर कुमार साहू, कुलसचिव राजेंद्र जायसवाल, परीक्षा नियंत्रक रमा सुब्रमण्यम, वित्त पदाधिकारी डॉ. जावेद अहमद, विकास पदाधिकारी डॉ. सलोमी कुजूर, स्पोर्ट्स और कल्चर कमेटी के चेयरमैन डॉ. सनातन दीप, आइक्यूएसी डायरेक्टर डॉ. रत्ना मित्रा और सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष एवं शिक्षक मौजूद थे।
शौमिनी दास को रेखा झा गोल्ड मेडल के साथ एक लाख नकद का पुरस्कार
महिला विश्वविद्यालय ने दूसरे दीक्षांत समारोह से डॉ. रेखा झा गोल्ड मेडल देने की शुरुआत की है। दिवंगत रेखा झा विश्वविद्यालय की अर्थशास्त्र विभाग की शिक्षिका थीं। उनके निधन के बाद उनकी स्मृति में विश्वविद्यालय परिवार की ओर से यह मेडल देना शुरू किया गया है। पहली बार डॉ. रेखा झा गोल्ड मेडल अर्थशास्त्र विभाग की टॉपर शौमिनी दास को दिया गया। इस मेडल के साथ दास को एक लाख का चेक प्रदान किया गया। पहली बार एक लाख का चेक प्राप्त कर शौमिनी दास ने खुशी जाहिर की।
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