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जमशेदपुर से सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में नर्स ने जिंदा मरीज को बताया मृत, परिजन घर ले गये तो .....

जमशेदपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में रविवार सुबह इलाज के लिए आए एक मरीज को इमरजेंसी में नर्स ने खुद जांच करने के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन उसे घर ले गए। वहां उसकी सांस चल रही...

जमशेदपुर से सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में नर्स ने जिंदा मरीज को बताया मृत, परिजन घर ले गये तो .....
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरMon, 16 Dec 2019 05:31 PM
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जमशेदपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में रविवार सुबह इलाज के लिए आए एक मरीज को इमरजेंसी में नर्स ने खुद जांच करने के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन उसे घर ले गए। वहां उसकी सांस चल रही थी। परिजन उसे लेकर फिर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने उसका एक घंटे तक इलाज करने के बात मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने हंगामा किया। पुलिस मामले को शांत कराया। ह्यूम पाइप बस्ती छायानगर निवासी 50 वर्षीय रवि नामता को रविवार तड़के तबीयत बिगड़ने पर परिजन एमजीएम लेकर पहुंचे। रवि के भाई सोरेन ने बताया कि रवि को ठंड लगने के बाद एमजीएम लेकर पहुंचे। यहां इमरजेंसी में एक नर्स ने जांच करने के बाद रवि को मृत बता दिया। एक एम्बुलेंस चालक ने परिजनों को पुलिस केस होने का डर दिखाकर जल्द शव घर ले जाने को कहा। सभी डर से घर चले गए। वहां रवि कि सांस चलती देख उसे लेकर फिर अस्पताल पहुंचे। उस वक्त इमरजेंसी में तैनात डॉ. एन उरांव ने उसे ऑक्सीजन मास्क लगाकर इलाज शुरू किया। एक घंटे बाद डॉक्टर ने बताया कि उसकी मौत हो चुकी है। डॉ. एन उरांव ने स्वीकार किया कि जब उनके पास मरीज को लाया गया, उस समय वह जीवित था। नर्स और एंबुलेंस चालक वहां से फरार हो गए। अस्पताल के सर्जरी विभाग के एचओडी दिवाकर हांसदा भी मौके पर पहुंचे और बताया कि परिजन अगर लिखित में शिकायत देंगे तो जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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