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मातृभाषा को रोजगार से जोड़ना जरूरी : डॉ. मोहंती

जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज के ओड़िया विभाग के विजुअल हॉल में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय भाषा...

मातृभाषा को रोजगार से जोड़ना जरूरी : डॉ. मोहंती
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरWed, 24 Feb 2021 04:21 AM
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जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज के ओड़िया विभाग के विजुअल हॉल में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय भाषा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इस दौरान कॉलेज की प्राचार्या शुक्ला मोहंती ने अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मातृभाषा को रोजगार से जोड़ा जाना चाहिए। मातृभाषा केवल संस्कृत की वाहक ही नहीं, बल्कि जनजीवन की गति को भी बढ़ाती है। मातृभाषा के साथ-साथ राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय भाषा का ज्ञान भी आवश्यक है।

इससे पहले स्वागत भाषण एवं विषय प्रवेश मानविकी संकाय अध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार साहू द्वारा किया गया। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि मातृभाषा के संरक्षण के लिए यूनेस्को ने 17 नवंबर 1999 को घोषणा की थी। इसके बाद हर साल 21 फरवरी को विश्व मातृ दिवस मनाया जाने लगा।

21 फरवरी 1952 को उर्दू के साथ-साथ बांग्ला को भी पाकिस्तान की राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए हुए आंदोलन में ढाका विश्वविद्यालय के 5 छात्र मारे गए थे। उनकी स्मृति में बांग्लादेश में 1955 से मातृभाषा दिवस मनाया जाने लगा। इसका उद्देश्य विभिन्न मातृभाषा को बढ़ावा देना है। इसके द्वारा विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।

डॉ. पुष्पा कुमारी द्वारा भोजपुरी कविता का पाठ किया गया। रीना ने संताली भाषा में मातृभाषा के महत्व को बताया। जूही कुमारी ने स्वरचित मैथिली रचना विधवा का जीवन का पाठ किया। इस कविता के लिए इन्हें मैथिली भाषा में युवा साहित्य अकादमी से पुरस्कृत किया गया है। धन्यवाद ज्ञापन उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. रिजवाना परवीन द्वारा किया गया। मंच संचालन व्याख्याता आयशा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ. पुष्पा कुमारी, डॉ. भारती कुमारी, डॉ. अर्पणा. डॉ. संजय सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थीं।

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