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रोल नंबर में त्रुटि के कारण परेशान रहे परीक्षार्थी

झारखंड शिक्षा परियोजना (जैक बोर्ड) की ओर से शनिवार को जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से जिले में बनाये गए कुल आठ परीक्षा केंद्रों में...

रोल नंबर में त्रुटि के कारण परेशान रहे परीक्षार्थी
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरSun, 07 Apr 2019 05:46 PM
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झारखंड शिक्षा परियोजना (जैक बोर्ड) की ओर से शनिवार को जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से जिले में बनाये गए कुल आठ परीक्षा केंद्रों में कुल 6,272 में से 4,834 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 1438 अनुपस्थित रहे। परीक्षा में रोल नंबर की त्रुटि के कारण विद्यार्थियों को काफी परेशानी हुई। परीक्षा के लिए जमशेदपुर प्रखंड में बनाए गए केंद्र साकची स्थित सेंट्रल करीमिया उच्च विद्यालय में कई ऐसे मामले मिले, जिनमें दो विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र पर एक ही रोल नंबर छपे हुए थे। इस कारण नौ विद्यार्थियों को एक ही अलग कक्ष में बैठाकर परीक्षा ली गई। छात्र रामचंद्र कुंकल और छात्रा लक्ष्मी दिग्गी के अलग-अलग एडमिट कार्ड पर एक ही रोल नंबर 2707202 अंकित था। वहीं इस कक्षा में बैठे शालिनी कुंकल, अंजना बाकला, सोनामुनी चक्की, शिशिर चौधरी, जमुना बासु, निकिता बास्के व कुनी मेलगांधी के एडमिट कार्ड पर छपे रोल नंबर भी किसी अन्य छात्र के एडमिट कार्ड पर छपे हुए थे। शेष ने अन्य कमरों में बैठकर परीक्षा दी। इस मामले में शिक्षा विभाग का कहना है कि सभी एडमिट कार्ड जैक मुख्यालय से छप कर आए थे। फिलहाल, इस बारे में जैक को जानकारी दे दी गई है।

पर्यवेक्षकों ने भरी ओएमआर सीट

परीक्षा केंद्रों पर एक और भी समस्या नजर आई। दरअसल, पहली बार ओएमआर सीट पर परीक्षा ली गई, पर इसके लिए विद्यार्थियों को पूर्व से कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया था। इसके कारण महज पांचवीं कक्षा के इन विद्यार्थियों को ओएमआर सीट भरने में काफी दिक्कत हो रही थी। ऐसे में परीक्षा केंद्रों पर तैनात किये गये पर्यवेक्षकों ने ही बच्चों की ओएमआर सीट में उनका नाम, रोलनंबर आदि जानकारियां भरीं।

कठिन था प्रश्नपत्र

निर्धारित समय सुबह 10.30 बजे से आधे घंटे पूर्व ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश कराया गया। इस आधा घंटो की अवधि में विद्यार्थियों से ओएमआर सीट पर उनके व्यक्तिगत जानकारियां भरवाई गईं। परीक्षा दोपहर 1.30 बजे तक चली। 80 अंकों के इस प्रश्नपत्र में विद्यार्थियों से कुल 80 प्रश्न पूछे गए। इनमें रीजनिंग, गणित और भाषा से संबंधित प्रश्न शामिल थे। विद्यार्थियों अनुसार प्रश्नपत्र बेहद कठिन था। अधिकतर सवाल उन्हें पढ़ाए ही नहीं गए थे। हालांकि, प्रश्नपत्र वैकल्पिक था, पर समय के अनुसार बेहद लंबा था।

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