जीएसटी भरपाई के लिए जोर लगाएगा आयकर विभाग
जीएसटी में काफी कम वसूली के कारण आयकर विभाग भरपाई के लिए तीन महीने तक सर्च, सर्वे और सत्यापन करेगा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज ने सभी वरीय आयकर अधिकारियों को आगाह कर दिया है कि उनके कामकाज की...
जीएसटी में काफी कम वसूली के कारण आयकर विभाग भरपाई के लिए तीन महीने तक सर्च, सर्वे और सत्यापन करेगा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज ने सभी वरीय आयकर अधिकारियों को आगाह कर दिया है कि उनके कामकाज की शीर्ष स्तर से निगरानी रखी जा रही है। देश में तीन लाख करोड़ रुपये ऐसे जमा हैं, जिसके स्त्रोत स्पष्ट नहीं हैं। आयकर विभाग को संदेह है कि नोटबंदी के दौरान काला धन खपाने के लिए पैसे जमा किए गए थे। आयकर अधिकारी की मानें तो सर्च, सर्वे व सूचनाओं के सत्यापन से लेकर फॉलोअप तक कई कदम उठाए जाएंगे। बड़े व्यापारियों और ज्वेलर्स से लेकर नकद राशि तक के बारे में स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। आयकर का लक्ष्य पूरा होने पर भी अभियान जारी रहेगा।जीएसटी वसूली में आई है कमी : आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि विभिन्न सर्कल में डायरेक्ट टैक्स कार्यालयों को काफी जोर लगाना पड़ सकता है। इसका कारण टैक्स दर में कमी और रिफंड्स के बाद जीएसटी वसूली में कमी आना है। कई लोग सितंबर 2015 में भेजे गए आयकर नोटिस के भी आकलन में जुट गए हैं। अब अधिकारियों के पास 31 मार्च तक रिकवरी का समय है। टीडीएस में 45 प्रतिशत बढ़ोतरी : टीडीएस में 45 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। झारखंड में पिछले साल दिसंबर तक टीडीएस से एक हजार करोड़ करोड़ आए थे, इस बार 16 सौ करोड़ आ चुके हैं। एडवांस