ईमानदार लोगों के साथ व्यापार करने को मजबूर करेगा जीएसटी
सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से मंगलवार को बिष्टूपुर स्थित चैंबर भवन में रोल टेक्नोलॉजी इन जीएसटी पर कार्यशाला की गई। इसमें बताया गया कि जीएसटी से ईमानदार लोगों के साथ ही व्यापार के...
सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से मंगलवार को बिष्टूपुर स्थित चैंबर भवन में रोल टेक्नोलॉजी इन जीएसटी पर कार्यशाला की गई। इसमें बताया गया कि जीएसटी से ईमानदार लोगों के साथ ही व्यापार के लिए व्यापारी मजबूर होंगे। टेली सॉफ्टवेयर के जोनल हेड क्षितिज श्रीवास्तव ने बताया कि अंतिम व्यापारी जब तक टैक्स का भुगतान नहीं करेंगे, तब तक सप्लायर और निर्माताओं को लाभ नहीं मिलेगा। इसके लिए जरूरी है कि सप्लायर और निर्माता दोनों ही ईमानदारी से व्यापार करें। खपत वाले राज्य को अधिक लाभ मिलेगा : उन्होंने बताया कि जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विस टैक्स में उस राज्य को अधिक लाभ मिलेगा, जिस राज्य में उत्पादन की खपत अधिक होगी। जीएसटी के तहत सभी वस्तुओं पर टैक्स लगेगा, चाहे वो एक के साथ एक मुफ्त में स्कीम ही क्यों न हो। जीएसटी में कई प्रकार हैं, आई-जीएसटी यानी इंट्रीग्रेटेड जीएसटी, सी जीएसटी यानी सेंट्रल जीएसटी, एस जीएसटी यानी स्टेट जीएसटी। सभी अलग-अलग वस्तुओं पर अलग-अलग जीएसटी का प्रावधान होगा। 18 से ज्यादा टैक्सों से मिलेगी मुक्ति : जीएसटी के बाद बहुत सी चीजें सस्ती हो जाएंगी, हांलाकि कुछ जेब पर भारी भी पड़ेंगी, लेकिन सबसे बड़ा फायदा होगा कि टैक्स का पूरा सिस्टम आसान हो जाएगा। 18 से ज्यादा टैक्सों से मिलेगी मुक्ति और पूरे देश में होगा सिर्फ एक टैक्स। इस मौके पर वाणिज्य कर विभाग के संयुक्त आयुक्त जेपी टोप्पो, संयुक्त आयुक्त (अपील) अजय कुमार सिन्हा, सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, उपाध्यक्ष मानव केडिया और महामंत्री प्रभाकर सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।