ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड जमशेदपुरचुनावी घोषणा पत्र में भी पर्यावरण को जगह दें : सरयू

चुनावी घोषणा पत्र में भी पर्यावरण को जगह दें : सरयू

राज्य के मंत्री सरयू राय ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए राजनीतिक दलों को भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह देनी चाहिए। इसके लिए पहले अपनी पार्टी और बाद में दूसरे दलों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे...

राज्य के मंत्री सरयू राय ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए राजनीतिक दलों को भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह देनी चाहिए। इसके लिए पहले अपनी पार्टी और बाद में दूसरे दलों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे...
1/ 2राज्य के मंत्री सरयू राय ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए राजनीतिक दलों को भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह देनी चाहिए। इसके लिए पहले अपनी पार्टी और बाद में दूसरे दलों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे...
राज्य के मंत्री सरयू राय ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए राजनीतिक दलों को भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह देनी चाहिए। इसके लिए पहले अपनी पार्टी और बाद में दूसरे दलों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे...
2/ 2राज्य के मंत्री सरयू राय ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए राजनीतिक दलों को भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह देनी चाहिए। इसके लिए पहले अपनी पार्टी और बाद में दूसरे दलों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे...
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरTue, 15 Jan 2019 11:15 PM
ऐप पर पढ़ें

राज्य के मंत्री सरयू राय ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए राजनीतिक दलों को भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह देनी चाहिए। इसके लिए पहले अपनी पार्टी और बाद में दूसरे दलों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे भी पर्यावरण को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करें। मंत्री सरयू राय सोमवार दोमुहानी स्वर्णरेखा नदी तट पर सामाजिक संस्था युगांतर भारती तथा ‘स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 14वें स्वर्णरेखा महोत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। मंत्री सरयू राय ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में राजनीतिक दलों को बताना चाहिए वे सरकार में आने के बाद पर्यावरण बचाने के लिए क्या करेंगे। हम सबको मिलकर पर्यावरण को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि दामादोर बचाओ आंदोलन के परिणाम अब देखने को मिल रहे हैं। दामोदर नदी का जल प्रदूषण 95 प्रतिशत कम हो गया है। आसपास के लोगों तथा कल-कारखानों के प्रबंधन से बातचीत की गई कि वे सामाजिक दायित्व के तहत प्रदूषण कम करने वाले यंत्र लगाएं और गंदा पानी नदी में जाने से रोकें। सरस्वती पूजा से शुरू करें जागरूकता : मंत्री सरयू राय ने कहा कि स्वर्णरेखा नदी को बचाने के लिए भी परंपरा का निर्वाह के साथ साथ कुछ परिवर्तन करने की भी जरूरत है। सरस्वती पूजा से लेकर दुर्गापूजा तक जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। प्रतिमा बनाने वालों से आग्रह किया जाएगा कि वे प्रतिमा में रसायन का प्रयोग न करे, जिससे पानी जहरीला होता है। अलग-अलग संगठनों को जिम्मेदारी सौंपनी होगी, ताकि किसी की धार्मिक भावनाएं आहत न हों। मंगलवार को नेचर फाउंडेशन के बैनर तले पर्यावरण प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने का भी आह्वान किया। रिवर फ्रंट होंगे विकसित :मंत्री ने कहा कि कार्यक्रम में मौजूद स्थानीय निकायों के विशेष पदाधिकारियों से कहा कि वे लीज एरिया में नदी किनारे जहां भी जमीन खाली हैं, उसके बारे में जानकारी दे, वे सरकार से रिवर फ्रंट विकसित करने की योजना बनवाएंगे। दोमुहानी में चैतन्य महाप्रभु पार्क की तरह दूसरी जगहों पर सौंदर्यीकरण कराएंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें