टाटा स्टील में ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही इंट्री
टाटा स्टील प्रबंधन कोरोना संक्रमण से रोकथाम एवं इससे बचने के लिए कई पहल लगातार कर रहा है। इस पहल के तहत सुरक्षा कार्ड के जरिये कर्मचारियों को सचेत करने के साथ कोरोना प्रोटोकॉल व गाइडलाइंस का उल्लघंन...
टाटा स्टील प्रबंधन कोरोना संक्रमण से रोकथाम एवं इससे बचने के लिए कई पहल लगातार कर रहा है। इस पहल के तहत सुरक्षा कार्ड के जरिये कर्मचारियों को सचेत करने के साथ कोरोना प्रोटोकॉल व गाइडलाइंस का उल्लघंन किये जाने पर दंडित भी किया जायेगा। सुरक्षा कार्ड 12 हजार से अधिक कर्मचारियों के बीच वितरित कर दिया गया है। सुरक्षा कार्ड में कई फीचर फीड किये गए हैं। सबसे पहले तो कंपनी में एंट्रेंस के समय ही कर्मचारियों को परीक्षा देनी पड़ेगी। जैसे ही कर्मचारी गेट पर पहुंचेंगे, सुरक्षा कार्ड एक्टिवेट हो जायेगा। अगर ग्रीन कलर का सिग्नल मिला तो ही उन्हें इंट्री मिलेगी। अगर कोई कर्मचारी कंटेनमेंट जोन से किसी ऐसे क्षेत्र से आ रहे होंगे, जहां से कोरोना संक्रमण के कारण कहीं आने-जाने में मनाही है तो सिग्नल रेड होगा। ऐसे कर्मचारियों को इंट्री नहीं मिलेगी। ऑरेंज कलर का सिग्नल मिलने पर यह पता चलेगा कि उस कर्मचारी या अधिकारी ने प्रोफ़ाइल अपडेट करने में किसी प्रकार की गलती की है। सभी को एक सप्ताह में एक बार अपनी सभी गतिविधियों को अपडेट करना है। कंपनी के मुताबिक गेट पर सेफ्टी, सिक्योरिटी, एचआर और आईटी विभाग के कर्मचारी मौजूद रहेंगे। वे उन गलतियों को देखेंगे तथा उसमें सुधार करेंगे। उस कर्मचारी को फिर गलती के मापदंड के आधार पर ही इंट्री मिलेगी या नहीं मिलेगी। सुरक्षा कार्ड से कर्मचारियों की गलती की जहां पहचान हो सकेगा वहीं संक्रमण फैलने से भी बचाया जा सकेगा। गलती करनेवाले कर्मचारियों को दंडित भी किया जायेगा।
