पानी और फसल देख पहाड़ से उतरने लगे गजराज
दलमा और आस-पास के इलाके में पानी और हरे-भरे फसल देख हाथी मैदान में उतरने लगे। बरसात में पहाड़ों पर फिसलन होने के चलते समतल पर चलना फिरना आसान हो जाता...
दलमा और आस-पास के इलाके में पानी और हरे-भरे फसल देख हाथी मैदान में उतरने लगे। बरसात में पहाड़ों पर फिसलन होने के चलते समतल पर चलना फिरना आसान हो जाता है।
दलमा में फिलहाल 38 हाथियों का झुंड हैं, जिसमें से लगभग सभी समतल पर उतर गए हैं। दो से तीन झुंड में हाथी अलग-अलग इलाके में घूम रहे हैं। अधिकतर हाथियों का झुंड ईचागढ़ और चांडिल के आस-पास के इलाके में विचरण कर रहा है। आबादी वाले इलाके में दुर्घटना की आशंका को देखते हुए वन विभाग ने हाथियों के झुंड के पीछे ट्रैकरों की ड्यूटी लगा रखी हैं, जिसे वह आबादी के बजाय वन विभाग की ओर जाने के लिए मजबूर करता रहा। ग्रामीणों को भी सुरक्षा की हिदायत दे रहे हैं कि हाथियों के झुंड को हूटिंग करने की कोशिश न करे, नहीं तो खतरनाक साबित हो सकते हैं। दलमा वन्यजीव अभयारण्य के डीएफओ चंद्रमौली प्रसाद सिन्हा के अनुसार पहाड़ों में बरसात में चलना बहुत मुश्किल हो जाता है। भारी भरकम शरीर वाले गजराज के पांव फिसलने लगते हैं, ऐसे में समतल पर चलना उन्हें सहज महसूस होता है।