जमशेदपुर में सादगी से मनेगा ईद मिलादुन्नबी
जमशेदपुर के अहले सुन्नत मुसलमान मंगलवार को पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद (स.अ.) के जन्मदिवस पर ईद मिलादुन्नबी का जश्न मनाएंगे। मदरसा फैजुल उलूम के मुफ्ती आबिद हुसैन मिस्बाही ने कहा कि पैगंबरे इस्लाम के...
जमशेदपुर के अहले सुन्नत मुसलमान मंगलवार को पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद (स.अ.) के जन्मदिवस पर ईद मिलादुन्नबी का जश्न मनाएंगे। मदरसा फैजुल उलूम के मुफ्ती आबिद हुसैन मिस्बाही ने कहा कि पैगंबरे इस्लाम के जन्मदिवस पर खुशी मनाना सुन्नत है।
मुफ्ती आबिद हुसैन ने कहा कि ईद मिलादुन्नबी के उपलक्ष्य में गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करें। सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए खुशियां मनाएं। कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे दूसरों को तकलीफ पहुंचे। ऐसाल-ए-सवाब का काम खुद करें। मिलाद की महफिल सजाएं। कुरान पाठ कर फातेहा करें। गरीब और मिस्कीन का सदका करें और लोगों में लंगर बांटें। कोरोना महामारी से निजात की दुआ मांगें।
तंजीम अहले सुन्नत व जमाअत के महासचिव मुफ्ती जियाउल मुस्तफा ने कहा कि प्रतीकात्मक जुलूस-ए-मोहम्मदी के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता और सरकार के आला अफसर से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलने पर सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए जुलूस निकाला जाएगा। पैगंबरे इस्लाम धार्मिक सहिष्णुता के प्रतीक और सौहार्द्र के संदेशवाहक थे। इंसानियत के तरफदार और परस्पर प्यार के पैरोकार नबी करीम के अमन के पैगाम को आम करेंगे।
मुफ्ती जियाउल मुस्तफा ने कहा कि ईद मिलादुन्नबी के दिन घरों में निशान लहराएं, खुशियों का इजहार करें। अपने कारोबार और दुकानें बंद रखें। अपने घरों और मस्जिदों में जलसा करें। लोगों को अपने आका के बारे में बताएं। सामाजिक दूरी के साथ लंगर का वितरण करें।