नशा करने वाले बच्चों का सर्वे होगा
एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नंदकिशोर लाल ने जिले में कार्यरत विभिन्न गैर सरकारी संस्थानों के साथ नशे के आदी बच्चों का सर्वे करने के लिए अपने कार्यालय में...
एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नंदकिशोर लाल ने जिले में कार्यरत विभिन्न गैर सरकारी संस्थानों के साथ नशे के आदी बच्चों का सर्वे करने के लिए अपने कार्यालय में मंगलवार को बैठक की। इसमें सर्वप्रथम राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के निर्देशानुसार एक युद्ध नशे के विरुद्ध संयुक्त कार्ययोजना के तहत बच्चों में ड्रग्स और मादक द्रव्यों के सेवन तथा अवैध तस्करी की रोकथाम से संबंधित कार्य योजना के बारे में बताया गया।
सर्वे के बाद ऐसे बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर उनकी काउंसिलिंग की जाएगी। फिर उनकी पढ़ाई, इलाज आदि की व्यवस्था तथा बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार पठन-पाठन, खेलकूद इत्यादि में सहयोग किया जाएगा। इस तरह से बच्चों का पुनर्वास करने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है।
सरकार के विभिन्न विभागों एवं गैर सरकारी संस्थानों द्वारा नशा नहीं करने संबंधित व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। बैठक में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को सर्वे कर चिह्नित करने के लिए गैर सरकारी संस्थानों को कार्य करने हेतु प्रखंड कार्य क्षेत्र का निर्धारण किया गया है। सर्वे संबंधी फार्म पर चर्चा करते हुए गूगल शीट या गूगल फॉर्म के माध्यम से सर्वे कर हर सप्ताह रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया, ताकि ऐसे बच्चों को चिह्नित कर उनके पुनर्वास हेतु प्रशासन उचित व्यवस्था कर सके। सभी एनजीओ को उनके कार्य क्षेत्र में नशा नहीं करने संबंधी जागरूकता कार्यक्रम करने तथा लोगों को जागरूक करने हेतु भी कहा गया। बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्या ठाकुर, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी डॉ. चंचल कुमारी, आदर्श सेवा संस्थान, बाल कल्याण संघ, श्रमजीवी महिला समिति, ऐडेंट सोशल वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन, कला मंदिर, रूरल डेवलपमेंट एसोसिएशन के सचिव एवं प्रतिनिधि शामिल हुए।