अस्पताल व जांच लैब में हंगामा करने वालों का इलाज से बायकॉट करेंगे डॉक्टर
अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब में डॉक्टरों व कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार, मारपीट या हंगामा करने वाले लोगों को इलाज से वंचित होना पड़ेगा। ऐसा करने वाले लोगों की डॉक्टरों द्वारा सूची तैयार की जाएगी और...
अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब में डॉक्टरों व कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार, मारपीट या हंगामा करने वाले लोगों को इलाज से वंचित होना पड़ेगा। ऐसा करने वाले लोगों की डॉक्टरों द्वारा सूची तैयार की जाएगी और उनका इलाज से बायकॉट किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को कदमा स्थित अंकुर पैथोलॉजी सेंटर में इंडियन मेडिकल एसोसएिशन (आईएमए) और जमशेदपुर प्राइवेट नर्सिग होम एंड लैब एसोसिएशन की ओर से आयोजित प्रेसवार्ता में दी गई।
प्रेसवार्ता के दौरान बताया गया कि डॉक्टर ऐसे असामाजिक लोगों को चिह्नित कर एसोसिएशन को जानकारी देंगे। एसोसिएशन स्तर से ऐसे लोगों की सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद ऐसे लोगों की सूची पुलिस को सौंपकर उनका इलाज करने से मना किया जाएगा।
इससे पहले गुरुवार को अंकुर पैथोलॉजी में हुए हंगामे के बारे में बताते हुए कहा गया कि शुक्रवार शाम 7.30 बजे एक महिला ने सात-आठ लोगों के साथ जबरन सेंटर में घुसकर गलत रिपोर्ट का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इस दौरान महिला और पुरुषों के द्वारा बदसलूकी और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने और लैब जला देने की धमकी दी गई। महिला के सामने मरीज का दोबारा विडॉल टेस्ट कर रिपोर्ट का सत्यापन भी किया। बावजूद इसके वे लोग हंगामा करते रहे। बाद में मामले को रफा-दफा करने के लिए एक लाख की मांग की। पैसे नहीं देने पर बुरे परिणाम भुगतने की धमकी देकर चले गए। इस मामले में पीड़ित डॉ. राजेश मोहंती और आईएमए की ओर से कदमा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्रेसवार्ता में डॉ. एके लाल, डॉ. अमल पात्रा, डॉ. सौरभ चौधरी, डॉ. राजेश मोहंती, डॉ. मनोज यादव, डॉ. सुभाष मोदी और डॉ. संजय जौहरी मौजूद थे।