ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड जमशेदपुरएनआरसी के विरोध में साकची आमबगान मैदान में टकराव, माहौल बिगड़ने से बचा

एनआरसी के विरोध में साकची आमबगान मैदान में टकराव, माहौल बिगड़ने से बचा

साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ।...

साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ।...
1/ 3साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ।...
साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ।...
2/ 3साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ।...
साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ।...
3/ 3साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ।...
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरThu, 30 Jan 2020 07:54 PM
ऐप पर पढ़ें

साकची आमबगान में गुरुवार को एनआरसी के विरोध में धरना देने के लिए देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और एनआरसी समर्थकों के एक साथ पहुंचने से माहौल गरम हो गया। यहां जमकर हंगामा हुआ। माहौल बिगाड़ने की भी कोशिश की गई। दोनों पक्षों के आमने सामने आने से नारेबाजी भी हुई। स्थिति को देखते हुए क्यूआरटी बुला ली गई। पूरे इलाके में तनाव हो गया। आठ थाना प्रभारी, तीन डीएसपी सहित भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। पूरे क्षेत्र में तीन घंटे तक अफरातफरी रही। एक तरफ एनआरसी के समर्थक थे तो दूसरी ओर सीएए और एनआरसी के विरोध में देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के नेता व कार्यकर्ता थे। उनके बीच में फोर्स थी, जो दोनों को आमने-सामने नहीं होने दे रही थी।तीन फरवरी को धरना होगा : चूंकि पहले से ही धरना स्थगित था, लिहाजा यहां लोगों के आ जाने पर देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के लोगों ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और एलान किया कि तीन फरवरी से धरना होगा। इसके बाद लोगों को वहां से जाने को कहा गया। देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बलदेव सिंह, डेमका सोय, शशि कुमार सहित अन्य वामपंथी दल के लोग थे तो दूसरी तरफ एनआरसी के समर्थन में रवि प्रकाश, चिंटू सिंह, अरुण सिंह, शशि कुमार, अमित पाठक, कमलेश साहू, अंकेश भुइयां व अन्य लोग थे। बाद में दोनों पक्ष के लोगों ने पुलिस ने सख्ती से हटने को कहा तब ही वे लोग लौटे। इससे पहले ही धरनास्थल से थोड़ी दूर पर एनआरसी समर्थकों ने नारेबाजी की और प्रशासन से धरना नहीं होने देने की मांग की। उनका आरोप था कि कुछ लोग साजिश के तहत शहर का अमन चैन बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। इनके इकट्ठा होने पर दूसरे पक्ष के लोगों ने भी मोर्चा ले लिया था और वे लोग भीड़ को एकत्रित होने का इंतजार करने लगे। जब प्रशासन ने कहा कि जब धरना स्थगित हो गया है तो वे जाएं। इसपर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाकर वे जाएंगे। आमबगान मैदान में धरना की अनुमति जिला प्रशासन से नहीं ली गई थी। एक आवेदन वहां देकर उसमें रिसीविंग का, जो ओके लिखा गया था उसे ही स्वीकृति मान लिया गया। इसके आधार मुस्लिम बहुल इलाके में बुधवार को घर खटखटाकर महिलाओं को धरना में आने का निमंत्रण दिया गया। इसमें एआईएसएफ के कार्यकर्ता शामिल थे। आंदोलन को रोकने की कोशिश की गई। तीन फरवरी को इससे बड़ा कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम को रद्द नहीं किया गया है बल्कि स्थगित किया गया है।यह है मामला : सीएए और एनआरसी के विरोध में देश बचाओ संविधान बचाओ संघर्ष समिति की ओर से तीन दिवसीय धरना का आयोजन आमबगान मैदान में किया गया था। इसकी प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी, जिसको लेकर बुधवार रात टेंट बनाने वाले तीन लोगों को साकची पुलिस पकड़कर ले गई। रात में ही समिति के लोग साकची थाना गए, जहां दो बजे रात में धरना को स्थगित करने का निर्णय लिया गया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें