सहकार भारती की राष्ट्रीय सह महिला प्रमुख सुजाता खटवाकर ने सोमवार को बिष्टूपुर स्थित तुलसी भवन में आयोजित बैठक में सहकार भारती की विशेषताएं गिनवाई। बैठक में महिलाओं को बताया गया कि सहकार के क्षेत्र में कार्य कर रहा सहकार भारती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक आनुषांगिक संगठन हैं। पुणे में सहकार भारती की स्थापना 1978 में हुई थी। सहकारिता के आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से 11 दजनवरी 1979 को मुंबई में सामाजिक संस्था की स्थापना हुई। इसके संस्थापक अध्यक्ष स्व. माधवराव गोड़बोले थे, जिन्होंने सांगली में जनता सहकारी बैंक की शुरुआत की थी। खटवाकर ने कहा कि गांव से शहर की तरफ लोगों का पलायन रोकना है तो सहकारिता को अपनाना होगा। ऐसा नहीं किया तो स्थिति अधिक खराब होगी। उन्होंने कहा कि पार्किंग से लेकर पर्यटन तक को हम सहकारिता से जोड़ सकते हैं। संयुक्त परिवार में तो सहकारिता है ही, अकेले परिवार में सहकारिता होती है। उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान के साथ समाज, परिवार और बंधुओं का होना भी आवश्यक है। सहकारिता में विघटन हुआ यह सच है, लेकिन यह विघटन केवल सहकारिता में नहीं बल्कि व्यक्ति का भी अवमूल्यन हुआ है। .
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