इंटरनेट के युग में मीडिया के सामने चुनौतियां : मालवीय
सूचना प्रसारण मंत्रालय से जुड़े पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने एकदिवसीय क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला ‘वार्तालाप का आयोजन शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक...
सूचना प्रसारण मंत्रालय से जुड़े पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने एकदिवसीय क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला ‘वार्तालाप का आयोजन शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक अभिप्रेरक के रूप में मीडिया का दायित्व, मीडिया के सामने नई चुनौतियां और मीडिया कौशल उन्नयन जैसे विषयों पर चर्चा के साथ-साथ धरातल पर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के विषय में आम राय और सुझाव हासिल करना था।
इस अवसर पर पीआईबी के अपर महानिदेशक एसके मालवीय ने कहा कि इंटरनेट के युग में मीडिया के सामने कई सारी चुनौतियां हैं। इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से खबरों की प्रामाणिकता जुटाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने पीआईबी के द्वारा किये जाने वाले कार्यों की जानकारी दी और कहा कि सरकार व मीडिया के बीच बेहतर संबंध स्थापित होना जरूरी है। सरकार ने यह निर्णय लिया कि जिलास्तर के पत्रकारों के साथ बैठक कर महत्वपूर्ण सुझाव हासिल करने के लिए उनकी बातें सुनें।
कलम की स्वतंत्रता बनी रहनी चाहिए : उपायुक्त
उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला अच्छी पहल है। सार्थक चर्चा के लिए चुनिंदा विषयों को कार्यशाला में जगह दी गई है ताकि सही फीडबैक मिल सके। मीडिया, प्रशासन तथा सरकार सभी के सामने जन आकांक्षाओं को पूर्ण करने की समान चुनौतियां हैं। शासन-प्रशासन में हुई या हो रही किसी भी लापरवाही को इंगित करना मीडिया का काम है। इसलिए कलम की स्वतंत्रता बनी रहनी चाहिए, मीडिया पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता। मगर ब्रेकिंग न्यूज की दौड़ में खबरों की प्रमाणिकता के साथ-साथ संतुलन जरूरी है।
अधिक प्रभावशाली है क्षेत्रीय पत्रकारिता : राय
वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश राय ने कार्यशाला की सार्थकता बताते हुए कहा कि पहली बार इस तरह का आयोजन जिला और उप जिला स्तर के पत्रकारों के लिए हो रहा है जो अच्छी पहल है। कहा, क्षेत्रीय पत्रकारिता का जनता से जो लगाव है वह राष्ट्रीय पत्रकारिता का नहीं है। प्रसार में कम लेकिन प्रभाव में अधिक होती है क्षेत्रीय पत्रकारिता।
कार्यशाला तीन सत्र उदघाटन, तकनीकी और परिचर्चा के लिए खुला सत्र में विभाजित था। जिला प्रशासन की तरफ से जिला कृषि पदाधिकारी, सिविल सर्जन, एलडीएम, पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता ने अपने-अपने विभाग की उपलब्धियों और गतिविधियों को पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन दिया।