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प्रकृति का उत्सव है करमा : बलमुचू

सांसद और कांग्रेस नेता प्रदीप कुमार बालमुचू ने कहा कि करमा महोत्सव किसी जाति विशेष का नहीं, प्रकृति का त्योहार है। इसके माध्यम से झारखंड के लोग आराधना व सेवा करते हैं। सभी लोगों का किसी न किसी रूप...

प्रकृति का उत्सव है करमा : बलमुचू
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरWed, 06 Sep 2017 03:36 PM
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सांसद और कांग्रेस नेता प्रदीप कुमार बालमुचू ने कहा कि करमा महोत्सव किसी जाति विशेष का नहीं, प्रकृति का त्योहार है। इसके माध्यम से झारखंड के लोग आराधना व सेवा करते हैं। सभी लोगों का किसी न किसी रूप में प्रकृति से संबंध है। इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि प्रकृति की रक्षा के लिए इस त्योहार को धूमधाम से मनाएं। वे बिष्टूपुर जी टाउन मैदान में कुड़मी सेना (टोटेमिक) की ओर से आयोजित करमा महोत्सव को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने संगठन के अध्यक्ष लाल्टू महतो एवं उनकी पूरी टीम की सराहना की तथा कहा कि ऐसे आयोजनों से ही हमारी संस्कृति व परंपरा जीवित है। इससे पूर्व पश्चिम बंगाल के सालबनी के विधायक श्रीकांत महतो, आजसू के संस्थापक सदस्य ललित महतो, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रवीन्द्र झा, विजय यादव, बलदेव सिंह, परविंदर सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। संचालन नारायण महतो ने किया। केन्द्र-राज्य सरकार कर रही झारखंड की उपेक्षा : विधायक श्रीकांत महतो ने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार ने झारखंड को उपनिवेश बना रखा है। आरंभ से ही झारखंड की उपेक्षा हो रही है। आज भी यहां के गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा सहित सभी मुलभूत सुविधाओं से लोग वंचित हैं। इसलिए हमें इन मांगों के समर्थन में आंदोलन करने की जरूरत है। समाज के लिए एकजुट रहें : लाल्टू संगठन के अध्यक्ष लाल्टू महतो ने कहा कि जब तक हमारी संस्कृति व सभ्यता जिंदा रहेगी, तभी तक समाज भी जिंदा रहेगा। इसलिये कोई भी व्यक्ति समाज से अलग न हो। साथ ही उन्होंने समाज के नेताओं से आग्रह किया कि वे समाजहित में काम करें, ताकि उनका नाम वर्षों तक जिंदा रहे। करम नाच में पुरुलिया की टीम को पहला स्थान : करम नाच की टीम को पुरस्कृत भी किया गया। पहला पुरस्कार बारागोड़ा मनमुचित आदिम बोरो, पुरुलिया (पश्चिम बंगाल), दूसरा बोनई कुडमी समाज (राउरकेला, उडीसा), तीसरा गंगा मन्ना जंगल महल, करम बंदवान (पुरुलिया), चौथा मां मनसा क्लब करमनाच बालिया, पुरुलिया (पश्चिम बंगाल) और पांचवां स्थान झारखंड मोइसा रिद्द महतो तेलेन कोचा (पूर्वी सिंहभूम) को मिला। इंद्राणी के झुमुर पर झूमे लोग : झाड़ग्राम से आई इंद्राणी महतो और उनकी टीम ने कई झूमर गीत प्रस्तुत किया। झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल और ओडिशा से आए लोगों ने भी करम गीत पेशकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। इसमें शामिल लोग काफी देर तक इन गीतों पर झूमते रहे। शिक्षक दिवस पर कई शिक्षक हुए सम्मानित : करमा महोत्सव में समाज में शिक्षा का अलख जगानेवाले शिक्षकों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान पानेवालों में आनंद राम महतो (गिरी भारती उच्च विद्यालय, हल्दीपोखर), विकास कुमार महतो (कुशमाटी प्राथमिक विद्यालय, चाकुलिया), विश्वनाथ महतो (डोरकासाई मध्य विद्यालय, पोटका) तथा मंजु महतो (हाथीबिंधा प्राथमिक विद्यालय, पोटका) शामिल हैं।

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